अगर लोग अच्छे दल को वोट नहीं देते हैं तो उन्हें मुश्किलों का सामना करना होगा: चंद्रशेखर राव

आचमपेट (तेलंगाना), तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने लोगों को चिकनी-चुपड़ी बातों में नहीं फंसने और ‘गलत लोगों’ को वोट नहीं देने को लेकर आगाह करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि यदि जनता राज्य का विकास करने वाले एक अच्छे दल को नहीं चुनती है तो बाद में उसे ही मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।

             के. चंद्रशेखर राव ने यहां एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जो मुख्यमंत्री अपने राज्यों में पर्याप्त पेयजल और बिजली सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा पाते हैं, वे चुनाव प्रचार के लिए यहां आएंगे और मतदाताओं को “उपदेश” देंगे।  उन्होंने कहा, ‘‘(यदि हम सत्ता में नहीं आए) निजी तौर पर हम कुछ भी नहीं खोएंगे। यदि आप हमें हरा देंगे तो हम विश्राम करेंगे। हम न कुछ खोएंगे, न ही कुछ पाएंगे, लेकिन आप (लोग) गंवाएंगे। तेलंगाना के सेनानी और उसके लिए योगदान करने वाले के तौर पर आपको यह बताना और तेलंगाना का सही मार्गदर्शन करना मेरी जिम्मेदारी है।’’

             उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी तेलंगाना की भलाई के बजाय केवल उस पर अपना दबदबा बनाना चाहती है। राव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने वादा किया था कि वह कर्नाटक में किसानों को 20 घंटे बिजली देगी, लेकिन वह पांच घंटे भी बिजली नहीं दे पा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गृह राज्य गुजरात भी किसानों को 24 घंटे बिजली मुहैया नहीं कराता है।

             उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने आजादी के बाद हालांकि पचास वर्षों तक शासन किया, लेकिन उसने कभी भी दलित बंधु जैसी योजनाओं को लागू करने के बारे में नहीं सोचा। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने दलितों को वोट बैंक की तरह समझा। उन्होंने कभी हमारे लिए काम नहीं किया।’’ उन्होंने कहा कि यदि ऐसी योजनाएं होती तो दलित आज ‘राजा’ की तरह होते।

             पिछले दस वर्षों में तेलंगाना की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दक्षिणी राज्य का विकास इस तरह से किया गया है कि यह एक दशक में देश में एक आदर्श बन गया है। उन्होंने कहा कि यह देश का एकमात्र राज्य है जो हर घर को पेयजल उपलब्ध करा रहा है। तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के घोषणापत्र के बारे में उन्होंने कहा कि यदि उनकी पार्टी दोबारा सत्ता में आयी, तो किसानों के कल्याण के उद्देश्य से रायतू बंधु योजना के तहत सामाजिक पेंशन और सहायता धीरे-धीरे बढ़ाएगी।

             राव ने दशहरा अवकाश के बाद बृहस्पतिवार से विधानसभा चुनाव के लिए अपना अभियान फिर से शुरू किया। मौजूदा अभियान 9 नवंबर तक जारी रहेगा जब वह गजवेल और कामारेड्डी निर्वाचन क्षेत्रों से अपना नामांकन दाखिल करेंगे। राज्य में विधानसभा चुनाव 30 नवंबर को होने हैं।

             तेलंगाना में सत्तारूढ़ बीआरएस का लक्ष्य इस बार के चुनाव में जीत हासिल करके लगातार तीसरी बार राज्य की सत्ता बरकरार रखना है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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