नयी दिल्ली, भारत और अमेरिका महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए एक समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। यह मुद्दा इस सप्ताह वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की वाशिंगटन यात्रा के दौरान उठेगा। अमेरिका की वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो के आमंत्रण पर गोयल 30 सितंबर से तीन अक्टूबर तक वहां की यात्रा पर रहेंगे।वाणिज्य मंत्रालय ने रविवार को बयान में कहा कि गोयल और रायमोंडो भारत और अमेरिका के बीच महत्वपूर्ण खनिज आपूर्ति शृंखलाओं के विस्तार और विविधता लाने के कदमों पर भी चर्चा करेंगे। बयान में कहा गया “दोनों पक्ष एक समझौता ज्ञापन पर बातचीत कर रहे हैं जिसका उद्देश्य आवश्यक महत्वपूर्ण खनिज आपूर्ति शृंखलाओं को बढ़ाने और विविधता लाने तथा उनकी पूरक शक्तियों का लाभ उठाने के लिए द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाना है।”कोबाल्ट तांबा लिथियम निकल और ‘रेयर अर्थ’ जैसे महत्वपूर्ण खनिज पवन टर्बाइन से लेकर इलेक्ट्रिक कारों तक स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इलेक्ट्रिक कारों के लिए बैटरी के उत्पादन के लिए इनकी विशेष रूप से मांग है। गोयल वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि राजदूत कैथरीन ताई से भी मिलेंगे और व्यापार नीति मंच के तहत चल रहे सहयोग और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।केंद्रीय मंत्री दो अक्टूबर को रायमोंडो के साथ भारत-अमेरिका सीईओ फोरम की सह-अध्यक्षता करेंगे तथा तीन अक्टूबर को वाशिंगटन डीसी में आयोजित होने वाली छठी भारत-अमेरिका वाणिज्यिक वार्ता की भी सह-अध्यक्षता करेंगे।विचार-विमर्श के दौरान दोनों पक्ष सतत आर्थिक वृद्धि व्यापार और निवेश के माहौल को बेहतर बनाने तथा भारतीय और अमेरिकी व्यापार समुदायों के बीच संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। गोयल भारत में निवेश के विशाल अवसरों पर प्रकाश डालने के लिए अमेरिका और भारत के प्रमुख मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) और उद्योग जगत के नेताओं के साथ भी बातचीत करेंगे।क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया फोटो क्रेडिट : Wikimedia common