असम समेत पूर्वोत्तर को भारत की जीडीपी में सबसे अधिक योगदान देने वाला क्षेत्र बनाएंगे: शाह

नगांव (असम), केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि असम में पांच साल पहले शुरू हुई भाजपा की यात्रा तब तक जारी रहेगी, जब तक असम समेत पूर्वोत्तर क्षेत्रों के सभी राज्य देश की जीडीपी में सर्वाधिक योगदान देने वाले राज्य नहीं बन जाते।

शाह ने यहां शिवलिंग के आकार के ‘महा मृत्युंजय’ मंदिर में ‘महायज्ञ’ में शामिल होने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह यात्रा आरंभ की थी, जिसे मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा आगे लेकर गए।

‘महा मृत्युंजय’ मंदिर को दुनिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर माना जाता है।

शाह ने कहा, ‘‘यह मात्र पहला कदम है और असम के हिंसा मुक्त, घुसपैठ से मुक्त और बाढ़-मुक्त होने तक यह यात्रा जारी रहेगी।’’

पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों में भाजपा और उसके सहयोगी दल सत्ता में हैं।

उन्होंने कहा कि पहले प्रदर्शनों और हिंसा के लिए पहचाने जाने वाला असम प्रधानमंत्री, सोनोवाल और सरमा के नेतृत्व में अब विकास के मार्ग पर बढ़ रहा है।

शाह ने कहा कि लोग अब असम को शिक्षा एवं पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में योगदान के लिए जानते हैं।

शाह ने कहा कि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के कारण आज का दिन असम के लिए एक शुभ दिन है।

शाह बुधवार आधी रात को गुवाहाटी पहुंचे थे। वह मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव’ में शामिल होने के लिए नगांव पहुंचे, जहां तमिलनाडु और असम समेत कई राज्यों के पुजारी जिले के पुरनीगुदाम में 11 दिवसीय महायज्ञ कर रहे हैं।

शाह के साथ सोनोवाल, सरमा, भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष रणजीत कुमार दास और राज्य के अन्य वरिष्ठ पार्टी नेता भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

मंदिर प्राधिकारियों ने द्वार पर शाह का स्वागत किया और वह मंदिर की परिक्रमा के बाद यज्ञ स्थल पर गए, जहां उन्होंने सोनोवाल और सरमा के साथ अनुष्ठानों में हिस्सा लिया।

तीनों नेताओं को पुजारियों ने ‘अंगवस्त्रम्’ और ‘रुद्राक्ष’ दिए। मंदिर को धार्मिक अध्ययन के केंद्र के रूप में भी विकसित किया जा रहा है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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