केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और इजराइल दोनों ही आतंकवाद के रूप में एक साझा दुश्मन हैं और दोनों देशों के प्रधानमंत्री इससे निपटने के लिए एकजुट हैं। उन्होंने ये टिप्पणियां नई दिल्ली में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित भारत-इजरायल व्यापार मंच में कीं।पिछले दशक पर विचार करते हुए गोयल ने भारत के व्यापक आर्थिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर सरकार के फोकस पर प्रकाश डाला, खासकर बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से जिसका उद्देश्य देश के हर कोने तक आर्थिक विकास सुनिश्चित करना है। उन्होंने जन कल्याण पर केंद्र के निरंतर जोर को भी रेखांकित किया, जिसके महत्वपूर्ण परिणाम सामने आए हैं। कोविड-19 महामारी और भू-राजनीतिक संघर्ष जैसी वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत अपनी मजबूत आर्थिक नींव के कारण लचीला बना हुआ है। भारत को भविष्य के अवसरों के लिए तैयार करने के लिए, गोयल ने “10 डी” की अवधारणा पेश की- लोकतंत्र, जनसांख्यिकी लाभांश, डिजिटलीकरण, डीकार्बोनाइजेशन, दृढ़ संकल्प, निर्भरता, निर्णायक नेतृत्व, विविधता, विकास और मांग। उन्होंने कहा कि भारत की मजबूत न्यायपालिका स्थिरता प्रदान करती है, जबकि इसका युवा कार्यबल आने वाले दशकों में आर्थिक विकास को गति देगा। गोयल ने इजरायल के लिए एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में भारत की प्रतिष्ठा की पुष्टि की, इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्र अपनी प्रतिबद्धताओं पर कायम है। उन्होंने भारत की बढ़ती मांग क्षमता पर भी प्रकाश डाला, जो तेजी से आर्थिक विकास को बढ़ावा दे रही है। भारत और इजरायल को स्वाभाविक सहयोगी बताते हुए उन्होंने बताया कि देश के बढ़ते बाजार के कारण इजरायल के पास भारत में, विशेष रूप से प्रौद्योगिकी और उपभोक्ता उपकरणों जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण निवेश के अवसर हैं। https://x.com/PiyushGoyal/status/1889206245720248667/photo/1