भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की हालिया घोषणा के अनुसार, भारत के आदित्य-एल1 सौर मिशन अंतरिक्ष यान ने पृथ्वी के आसपास के कणों का विश्लेषण करने में वैज्ञानिकों की सहायता के लिए वैज्ञानिक डेटा का संग्रह शुरू कर दिया है। भारत की पहली सौर वेधशाला के सेंसर अब सक्रिय रूप से पृथ्वी से 50,000 किलोमीटर से अधिक दूरी पर आयनों और इलेक्ट्रॉनों को माप रहे हैं। इसरो ने निर्दिष्ट किया कि सुप्रा थर्मल और ऊर्जावान कण स्पेक्ट्रोमीटर उपकरण पर सेंसर ने अंतरिक्ष के इस क्षेत्र में सुपर-थर्मल और ऊर्जावान आयनों और इलेक्ट्रॉनों की माप शुरू कर दी है। इसरो का नवीनतम मिशन सौर पर्यावरण और पृथ्वी पर इसके प्रभाव के बारे में हमारी समझ को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है।
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