दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने एक आदेश जारी कर अपने सभी संविदा कर्मचारियों की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी हैं। आम आदमी पार्टी (आप) ने डीसीडब्ल्यू के संविदा कर्मचारियों को नौकरी से निकालने को लेकर भाजपा पर हमला बोला है। आप नेता रीना गुप्ता ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि दिवाली से पहले भाजपा ने तुगलकी फरमान जारी कर दिल्ली महिला आयोग के सभी संविदा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। अब इन कर्मचारियों के घरों में मातम पसरा है। डीसीडब्ल्यू में कार्यरत कई महिला कर्मचारी तेजाब और दुष्कर्म की शिकार हो चुकी हैं। ये महिलाएं बड़ी हिम्मत से महिला आयोग में काम कर रही थीं। रीना गुप्ता ने कहा, अरविंद केजरीवाल ने बड़ी मेहनत से महिला आयोग को पुनर्जीवित किया। डीसीडब्ल्यू ने हजारों महिलाओं का जीवन बेहतर बनाया, लेकिन अब भाजपा ने इन कर्मचारियों को हटाकर आयोग पर ताला लगा दिया है। रीना गुप्ता ने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में हर दिन तीन दुष्कर्म होते हैं। महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाएं आम हो गई हैं। पीड़ित महिलाएं दिल्ली महिला आयोग में आती थीं, जहां उनकी मदद की जाती है। अरविंद केजरीवाल ने महिला आयोग का बजट बढ़ाया और 181 हेल्पलाइन शुरू की। जिससे आयोग काफी बेहतर तरीके से काम कर रहा था। 2 लाख से ज्यादा मामलों का समाधान हुआ। लेकिन अब भाजपा ने महिलाओं को परेशान किया है और डीसीडब्ल्यू पर ताला लगाकर उनकी परेशानियां बढ़ा दी हैं। यह एक तरह से भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं पर हमला है। आज अरविंद केजरीवाल जी ने घोषणा की है कि इन महिला कर्मचारियों को बहाल करने के लिए जो भी करना होगा, किया जाएगा।Photo : Wikimedia