दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को दिल्ली में सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी और केजरीवाल ने अपने 10 साल के कार्यकाल में दिल्ली की जो दयनीय स्थिति बना दी है, उससे आज हर दिल्लीवासी व्यथित है। आज दिल्ली में व्यापक भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताएं हैं और आप सरकार जानबूझकर केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं को लागू नहीं कर रही है। दिल्ली की जनता यह सब देख रही है। वह दिन दूर नहीं जब दिल्ली की जनता भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकेगी।
गुप्ता ने कहा कि 30 अगस्त को माननीय राष्ट्रपति को दिए गए ज्ञापन में छठे दिल्ली वित्त आयोग का गठन न करने, दिल्ली की पंगु प्रशासनिक व्यवस्था, सदन में 11 सीएजी रिपोर्ट पेश न करने तथा केंद्र सरकार की योजनाओं को जानबूझकर दिल्ली में लागू न करने जैसे मुद्दे उठाए गए थे, जिनका केजरीवाल सरकार ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। दिल्ली सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। यहां की प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। दिल्ली की 2 करोड़ जनता की समस्याओं को कोई नहीं सुन रहा है।
चारों तरफ अराजकता का माहौल है। आप सरकार लगातार संवैधानिक नियमों का उल्लंघन कर रही है, जिससे सारी सीमाएं टूट चुकी हैं। इन सभी संवैधानिक नियमों के उल्लंघन के कारण आम आदमी पार्टी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। गुप्ता ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू ने ज्ञापन का संज्ञान लिया है तथा उचित कार्रवाई के लिए गृह सचिव, गृह मंत्रालय को भेज दिया है। गुप्ता ने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी आम आदमी पार्टी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।”