मुंबई, बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान की हत्या की कथित साजिश मामले में शामिल एक आरोपी ने एक फिल्म की शूटिंग के दौरान उन पर हमला करने का षडयंत्र रचा था। यह जानकारी पुलिस के एक अधिकारी ने आरोप पत्र के हवाले से मंगलवार को दी। अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच के दौरान पता चला कि जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने अपने गिरोह के सदस्यों को अभिनेता पर हमला करने के लिए 25 लाख रुपये की सुपारी दी थी।
अधिकारी ने बताया कि गिरोह ने हमले के लिए एके-47 सहित पाकिस्तान से अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल करने का षडयंत्र रचा था। उन्होंने कहा कि नवी मुंबई की पनवेल टाउन पुलिस ने 21 जून को पांच गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ मजिस्ट्रेट अदालत में 350 पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया।
उन्होंने बताया कि ये आरोपी धनंजय तपसिंह उर्फ अजय कश्यप (28) गौतम भाटिया (29) वासपी महमूद खान उर्फ चीना (36) रिजवान हुसैन उर्फ जावेद खान (25) और दीपक हवासिंह उर्फ जॉन (30) हैं।
अधिकारी ने बताया कि जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई उसके भाई अनमोल बिश्नोई संपत नेहरा और गोल्डी बराड़ को मामले में वांछित आरोपी बनाया गया है।अधिकारी ने बताया कि इस हमले को किसी फिल्म की शूटिंग के दौरान या अभिनेता के पनवेल स्थित फार्महाउस से निकलने के दौरान अंजाम देने की कथित साजिश थी।
उन्होंने बताया कि आरोप पत्र में साजिश हमले और भागने के रास्ते का विस्तृत विवरण दिया गया है। इसमें एकत्रित खुफिया जानकारी आरोपियों के मोबाइल फोन रिकॉर्ड उनके व्हाट्सएप चैट ऑडियो और वीडियो कॉल और टावर लोकेशन का विश्लेषण शामिल है।अधिकारी ने बताया कि अप्रैल में पनवेल टाउन पुलिस ने बिश्नोई गिरोह के सदस्यों द्वारा अभिनेता की हत्या की कथित साजिश का पर्दाफाश किया था।
पुलिस की जांच के दौरान इस साजिश का पता चला। जांच के दौरान लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य अजय कश्यप और एक अन्य आरोपी के बीच वीडियो कॉल पर हुई बातचीत का पता चला था जिससे इस षडयंत्र का खुलासा हुआ। बातचीत के अनुसार गोल्डी बराड़ के आदेश पर आधुनिक हथियार चलाने में प्रशिक्षित शार्पशूटर मुंबई ठाणे नवी मुंबई पुणे रायगढ़ और गुजरात में तैनात किए गए थे।
अधिकारियों ने पिछले महीने प्राथमिकी का हवाला देते हुए बताया था कि शार्पशूटर अनमोल बिश्नोई और रोहित गोदारा को हमला करने के निर्देश बराड़ ने दिए थे और इस कार्य के लिए 18 वर्ष से कम उम्र के नाबालिगों का इस्तेमाल करना था। प्राथमिकी के मुताबिक जॉन नाम के शख्स को हमले के लिए कथित रूप से गाड़ी उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी गई थी। अधिकारियों ने बताया कि हमले के बाद गिरोह के सदस्यों को कन्याकुमारी में फिर से इकट्ठा होना था और फिर समंदर के रास्ते श्रीलंका जाना था। कनाडा में बैठे अनमोल बिश्नोई ने श्रीलंका से उनके अन्य देशों में भागने की व्यवस्था की थी।
पुलिस के अनुसार लॉरेंस बिश्नोई और संपत नेहरा गिरोह ने सलमान खान की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए 60 से 70 सदस्यों को तैनात किया था ताकि उनके बांद्रा स्थित आवास पनवेल स्थित फार्महाउस और फिल्म शूटिंग स्थलों की टोह ली जा सके। खान की हत्या की साजिश के बारे में विशेष जानकारी मिलने के बाद 24 अप्रैल को पनवेल टाउन थाने में 17 आरोपियों और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
प्राथमिकी के मुताबिक पुलिस को अजय कश्यप और पाकिस्तान में बैठे व्यक्ति डोगर के बीच हुई वीडियो कॉल का पता चला। यह कॉल कश्यप ने एक सदस्य की मौजूदगी में की थी जो बाद में पुलिस का मुखबीर बन गया।
क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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