इजराइली युद्धक विमानों ने समूचे गाजा में कई जगहों पर किये हमले

दीर अल बलाह, इजराइली युद्धक विमानों ने सोमवार तड़के पूरे गाजा के अलग-अलग इलाकों में हमले किए। इसमें वह क्षेत्र भी शामिल हैं, जहां फलस्तीनी नागरिकों को शरण लेने के लिए कहा गया था। यह हमला फलस्तीन के हमास शासित क्षेत्र में मानवीय सहायता की एक और खेप ले जाने की अनुमति दिये जाने के बाद किया गया। माना रहा है कि इजराइल सात अक्टूबर को हमास के अप्रत्याशित हमले की प्रतिक्रिया के रूप में गाजा में जमीनी आक्रमण शुरू करने की तैयारी में है। सीमा पर टैंक और हजारों सैनिक लामबंद हो चुके हैं। इजराइल का कहना है कि उसने अगले चरण में सैन्य जोखिम को कम करने के लिए हवाई हमले बढ़ा दिए हैं। दोनों पक्षों में जारी संघर्ष के बीच क्षेत्र में बड़े पैमाने पर युद्ध की आशंकाएं बढ़ गई हैं। हाल के दिनों में इजराइली युद्धक विमानों ने सीरिया, लेबनान और इजराइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में कई ठिकानों को निशाना बनाया है। उसका चरमपंथी संगठन हिज्बुल्लाह के साथ भी अक्सर आमना-सामना होता रहा है। हिज्बुल्ला के पास हजारों रॉकेट हैं। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को उत्तरी इजराइल में सैनिकों से कहा कि अगर हिज्बुल्ला युद्ध शुरू करता है, ‘‘तो वह अपने जीवन की बड़ी गलती करेगा। हम अपनी ताकत से उसे इस कदर कुचल देंगे, जिसकी वह कल्पना भी नहीं कर सकता। इसके परिणाम उसके (हिज्बुल्ला) और लेबनान के लिये विनाशकारी होंगे।’’ हिज्बुल्ला की राजनीतिक शाखा लेबनानी सरकार का हिस्सा है, लेकिन इसके लड़ाके राज्य के नियंत्रण से बाहर रहकर अपनी गतिविधियां संचालित करते हैं। इजराइल ने हिज्बुल्ला के साथ 2006 के युद्ध के दौरान बेरूत हवाई अड्डा और असैन्य अवसंरचना पर भारी बमबारी की थी। इजराइल इस बीच सीमा के अपने हिस्से से कुछ लोगों को हटा रहा है। मौजूदा युद्ध के दौरान इजराइल में 1,400 से अधिक लोग मारे गए हैं। इनमें से ज्यादातर आम नागरिक थे, जो हमास के शुरुआती हमले के दौरान मारे गए। वहीं, बच्चों, महिलाओं समेत कम से कम 212 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले जाया गया। मानवीय सहायता की पहली खेप पहुंचने से कुछ घंटे पहले हमास ने शुक्रवार को दो अमेरिकी नागरिकों को रिहा कर दिया। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा में 4,600 से अधिक लोग मारे गए हैं। इसमें एक अस्पताल में विस्फोट से मारे गए लोगों की संख्या भी शामिल है। फलस्तीनियों के लिए राहत सामग्री को लेकर 20 ट्रकों का एक काफिला शनिवार को गाजा में दाखिल हुआ। इसके बाद, इजराइल ने रविवार को गाजा में 15 ट्रकों में राहत सामग्री लेकर आए दूसरे काफिले को भी अनुमति दी। ट्रकों का काफिला मिस्र से राफा क्रॉसिंग के जरिए दाखिल हुआ। फलस्तीनी नागरिक मामलों के लिये जिम्मेदार इजराइली रक्षा निकाय सीओजीएटी ने कहा कि सहायता में पानी, भोजन और चिकित्सा आपूर्ति शामिल है और गाजा पहुंचने से पहले इजराइल द्वारा इसका निरीक्षण किया गया था। व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान के मुताबिक, रविवार को एक फोन कॉल में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पुष्टि की कि अब गाजा में मानवीय सहायता जारी रहेगी। राहत कर्मियों ने कहा है कि गाजा में बढ़ते मानवीय संकट के बीच अब तक बहुत कम राहत सामग्री पहुंची है, जहां क्षेत्र की 23 लाख आबादी में से आधे से ज्यादा लोग अपने घर छोड़ चुके हैं। मानवीय मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने कहा कि युद्ध से पहले जितनी आपूर्ति होती थी, उसकी तुलना में शनिवार को महज चार प्रतिशत आपूर्ति ही हुई, जो ‘‘13 दिनों से पूर्ण घेराबंदी के मद्देनजर नाकाफी है।’’ इजराइली सेना ने कहा कि गाजा में मानवीय स्थिति ‘‘नियंत्रण में’’ है, वहीं ओसीएचए ने हर दिन 100 ट्रकों को दाखिल होने की अनुमति देने का आह्वान किया है। इजराइल ने गाजा में किसी भी ईंधन की आपूर्ति की अनुमति नहीं दी है, जहां एक सप्ताह से अधिक समय से बिजली आपूर्ति पूरी तरह से बंद है। गाजा के अस्पतालों का कहना है कि वे समय से पहले जन्मे बच्चों के लिए जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरण और इन्क्यूबेटरों का संचालन जारी रखने के लिए जनरेटर के ईंधन की तलाश कर रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि उत्तरी गाजा में सात अस्पतालों को हमले, बिजली आपूर्ति की कमी या खाली करने के इजराइली आदेशों के कारण बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। इजराइल ने लोगों से उत्तरी गाजा छोड़ने के लिए अपना आह्वान दोहराया। सेना ने विमानों से पर्चे भी गिराए। इजराइल ने कहा है कि अनुमानतः 7,00,000 लोग पहले ही क्षेत्र से निकल चुके हैं, लेकिन हजारों लोग अभी भी रुके हुए हैं। इससे किसी भी जमीनी हमले में बड़े पैमाने पर नागरिकों के हताहत होने का खतरा बढ़ जाएगा।अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि इजराइल “यथास्थिति में वापस नहीं जा सकता”, जिसमें हमास का नियंत्रण गाजा पर हो और हमास फिर से इजराइल को चुनौती दे। इजराइल का गाजा पर शासन करने का “बिल्कुल कोई इरादा नहीं” है। उन्होंने रविवार को एनबीसी के “मीट द प्रेस” कार्यक्रम में कहा, “कुछ ऐसा ढूंढने की जरूरत है, जो यह सुनिश्चित करे कि हमास दोबारा ऐसा नहीं कर सके।”

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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