दीर-अल-बलाह (गाजा पट्टी) इजराइली सैनिकों ने गाजा पट्टी के सबसे बड़े शहर में अपना अभियान तेज कर दिया जिसका मकसद चरमपंथियों का सफाया करना बताया जा रहा है। इजराइली सैनिकों द्वारा गाजा सिटी में अभियान में तेजी लाये जाने के चलते सोमवार को हजारों फलस्तीनी उस इलाके से पलायन कर रहे हैं जिसने हफ्ते की शुरूआत में हमलों को झेला था। नौ माह से जारी युद्ध के कारण गाजा सिटी पहले ही तबाह हो चुका है।
इजराइली सेना ने कहा कि इस इलाके पर उसने महीनों पहले कब्जा कर लिया था लेकिन वहां के कुछ हिस्सों में चरमपंथी फिर से सिर उठा रहे हैं।
युद्ध के दौरान गोलाबारी होने के बावजूद हजारों लोग इलाके में अब भी रह रहे हैं।
गाजा सिटी के पड़ोस में स्थित दराज में अपने रिश्तेदार के घर तीन बच्चों के साथ रह रही सैयदा अब्देल-बाकी ने कहा ‘‘भारी गोलाबारी के बीच रात के अंधेरे में हम भाग निकले। मैं पांचवीं बार विस्थापित होने पर यहां पहुंची हूं।’’ स्थानीय बाशिंदों के अनुसार इलाके में गोलाबारी और हवाई हमले हुए। हालांकि गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने हताहतों की संख्या अभी नहीं बताई है।
हमास संचालित सिविल डिफेंस ने भी अभी हताहतों की संख्या नहीं बताई और कहा कि तेज झड़पें होने के चलते इलाके में पहुंच पाना मुश्किल है। नौ महीनों से जारी युद्ध खत्म करने के लिए राजनयिक प्रयास बढ़ाये जाने के बीच गाजा में लोगों को अपनी स्थिति में सुधार आने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही।
इजराइली सेना ने कहा कि उसने हमास और इस्लामी जिहादी समूहों की इलाके में मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद हमले शुरू किये हैं।
हमास से संबद्ध सिविल डिफेंस विभाग के प्रवक्ता महमूद बासल ने कहा कि इजराइल द्वारा बमबारी बढ़ाये जाने के कारण तुफा दराज शिजैया में पहुंच पाना मुश्किल हो गया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा पट्टी में अब तक 38 000 से अधिक लोग मारे गए हैं।
क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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