वाशिंगटन, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इजराइल और यूक्रेन का अपने-अपने युद्धों में विजयी होना ‘‘अमेरिकी की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अहम’’ है। इजराइल और यूक्रेन को अरबों अमेरिकी डॉलर की सैन्य सहायता मुहैया कराए जाने का अमेरिकी संसद से अनुरोध करने की तैयारी कर रहे बाइडन ने बृहस्पतिवार रात अमेरिका के राष्ट्रपति के औपचारिक कार्यस्थल ‘ओवल कार्यालय’ से देश के नाम संबोधन के दौरान दोनों देशों को दी जा रही अमेरिकी मदद को जायज ठहराया।
बाइडन ने साथ ही कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी देश भारत-पश्चिम एशिया आर्थिक गलियारे जैसी नयी परियोजनाओं के जरिए पश्चिम एशिया के देशों के बेहतर भविष्य के लिए काम कर रहे हैं। बाइडन ने कहा कि यदि अंतरराष्ट्रीय आक्रामकता जारी रहती है, तो ‘‘संघर्ष और अराजकता दुनिया के अन्य देशों में भी फैलने की आशंका है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमास और (रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर) पुतिन अलग-अलग खतरों का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन उनमें एक बात समान है। वे दोनों ही पड़ोसी देशों में लोकतंत्र को पूरी तरह से नष्ट करना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा कि वह अगले साल करीब 100 अरब अमेरिकी डॉलर की मदद मुहैया कराने के लिए संसद से तत्काल अनुरोध करेंगे। इस प्रस्ताव को शुक्रवार को सार्वजनिक किया जाएगा, जिसमें यूक्रेन, इजराइल, ताइवान, मानवीय मदद और सीमा प्रबंधन के लिए धन का प्रावधान होगा। बाइडन ने कहा, ‘‘यह एक अच्छा निवेश होगा, जिसका लाभ अमेरिकी सुरक्षा को कई पीढ़ियों तक मिलता रहेगा।’’ इस संबोधन से एक दिन पहले बाइडन ने इजराइल की यात्रा की थी जहां उन्होंने हमास के खिलाफ युद्ध लड़ रहे देश के प्रति एकजुटता जताई थी और गाजा पट्टी में फलस्तीनियों को और मानवीय मदद मुहैया कराए जाने की वकालत की थी।
अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास व्हाइट हाउस ने बताया कि बाइडन ने देश को संबोधित करने से पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से भी बात की थी और कहा था कि अमेरिका कीव को मदद मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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