विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई द्वारा भारतीय मुसलमानों पर की गई टिप्पणी। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में कहा: “हम ईरान के सर्वोच्च नेता द्वारा भारत में अल्पसंख्यकों के बारे में की गई टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हैं। ये गलत सूचना और अस्वीकार्य हैं। अल्पसंख्यकों पर टिप्पणी करने वाले देशों को सलाह दी जाती है कि वे दूसरों के बारे में कोई भी टिप्पणी करने से पहले अपना रिकॉर्ड देखें।” विदेश मंत्रालय का यह बयान अयातुल्ला अली खामेनेई द्वारा की गई एक पोस्ट के जवाब में आया है, जिसमें लिखा था: “इस्लाम के दुश्मनों ने हमेशा एक इस्लामी उम्माह के रूप में हमारी साझा पहचान के संबंध में हमें उदासीन बनाने की कोशिश की है। हम खुद को मुसलमान नहीं मान सकते अगर हम म्यांमार, गाजा, भारत या किसी अन्य स्थान पर एक मुसलमान द्वारा झेली जा रही पीड़ा से अनजान हैं।” विदेश मंत्रालय ने ईरान के सर्वोच्च नेता के इस बयान का पुरजोर खंडन किया। https://en.wikipedia.org/wiki/Ali_Khamenei#/media/File:%D8%B3%DB%8C%D8%AF_%D8%B9%D9%84%DB%8C_%D8%AE%D8%A7%D9%85%D9%86%D9%87%E2%80%8C%D8%A7%DB%8C_%D8%AF%D8%B1_%D8%B3%D8%A7%D9%84_%DB%B1%DB%B4%DB%B0%DB%B3.jpg