दुबई ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने शुक्रवार को होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में ‘‘दुश्मन पर काबू पाने’’ के लिए मतदाताओं से ‘‘अधिक से अधिक संख्या’’ में मतदान करने की अपील की है। उन्होंने साथ ही उन नेताओं की निंदा की जिनका मानना है कि ‘‘हर अच्छी चीज अमेरिका से आती है।’’ खामेनेई ने किसी विशेष उम्मीदवार का नाम लिए बिना यह टिप्पणी की लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि यह बयान राष्ट्रपति पद के चुनाव में एकमात्र सुधारवादी उम्मीदवार एवं हृदय शल्य चिकित्सक मसूद पेजेशकियन (69) को निशाना बनाकर दिया गया। पेजेशकियन ने अपने हालिया भाषणों में ईरान से 2015 में हुए परमाणु समझौते पर लौटने और पश्चिम तक अपनी पहुंच बढ़ाने का आह्वान किया था। खामेनेई ने कहा ‘‘जो व्यक्ति क्रांति या इस्लामी व्यवस्था का जरा सा भी विरोध करता है वह आपके लिए उपयोगी नहीं है। वह आपका अच्छा सहयोगी साबित नहीं होगा।’’ खामेनेई ने मंगलवार को शिया समुदाय के त्यौहार ईद-उल-गदीर के अवसर पर दिए गए भाषण में ये टिप्पणियां कीं जिसके बाद लोगों ने ‘‘अमेरिका मुर्दाबाद’’ और ‘‘इजराइल मुर्दाबाद’’ के नारे लगाए। खामेनेई के समर्थक एवं ईरान के कट्टरपंथी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी मई में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए थे जिसके कारण देश में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव कराना अनिवार्य हो गया। इस साल की शुरुआत में देश में हुए संसदीय चुनाव में न्यूनतम मतदान हुआ था। ईरान पश्चिमी देशों के कारण लगाए गए प्रतिबंधों के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इसके अलावा 2022 में महसा अमीनी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद सरकार के खिलाफ व्यापक पैमाने पर प्रदर्शन हुए थे और महिलाओं ने देश में अनिवार्य हिजाब को पहनने से इनकार कर दिया था। इन सब कारकों की वजह से संसदीय चुनावों में मतदाताओं ने वोट डालने के प्रति उदासीनता दिखाई थी।क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडियाफोटो क्रेडिट : Wikimedia common