नयी दिल्ली, कृत्रिम मेधा (एआई) से संबंधित उत्पादों और सेवाओं के लिए वैश्विक बाजार में 40-55 प्रतिशत की वार्षिक दर से वृद्धि होने की उम्मीद है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि एआई का वैश्विक बाजार 2027 तक 990 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। बेन एंड कंपनी की पांचवीं वार्षिक वैश्विक प्रौद्योगिकी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2027 तक एआई कार्यभार प्रति वर्ष लगभग 25-35 प्रतिशत बढ़ सकता है। रिपोर्ट में कहा गया “बेन का अनुमान है कि एआई से संबंधित हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के लिए कुल बाजार अगले तीन वर्षों में सालाना 40 से 55 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा और 2027 तक 780 अरब डॉलर से 990 अरब डॉलर के बीच पहुंच जाएगा। आपूर्ति और मांग में उतार-चढ़ाव से रास्ते में अस्थिरता पैदा होगी लेकिन लगता है कि दीर्घकालिक टिकाऊ वृद्धि यहीं रहेगी।” इसमें कहा गया है कि जैसे-जैसे एआई का विस्तार होगा कंप्यूटिंग शक्ति की आवश्यकता अगले पांच से 10 वर्षों में बड़े डेटा केंद्रों के पैमाने का व्यापक रूप से विस्तार करेगी। रिपोर्ट कहती है “एआई डेटा सेंटर में वृद्धि को बढ़ावा देगा जो आज के 50-200 मेगावाट से बढ़कर एक गीगावाट से भी अधिक हो जाएगा। इसका मतलब है कि अगर आज बड़े डेटा सेंटर की लागत एक अरब डॉलर से चार अरब डॉलर के बीच है तो आज से पांच साल बाद उनकी लागत 10 अरब डॉलर से 25 अरब डॉलर के बीच हो सकती है।”क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडियाफोटो क्रेडिट : Wikimedia common