भुवनेश्वर, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि राज्य सरकार प्रस्तावित ‘नोर्थ ओडिशा डेवलपमेंट काउंसिल (एनओडीसी)’ में खनिज समृद्ध सुंदरगढ़ जिले को शामिल करने के प्रस्ताव के सिलसिले में जिले के लोगों की इच्छा के विरूद्ध कोई फैसला नहीं करेगी। इससे पहले सुंदरगढ़ जिले के अपने दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य के पश्चिम हिस्से के इस जिले को एनओडीसी में शामिल किया जाएगा।
सुंदरगढ़ के विधायक जोगेश सिंह द्वारा विधानसभा में इस मुद्दे को उठाये जाने के कुछ घंटे बाद माझी ने ‘एक्स’ पर यह (नयी) घोषणा की। भद्रक जिले से विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक ब्यामकेश रे ने भी कहा कि पश्चिमी और उत्तरी ओडिशा के बीच संस्कृति भाषा एवं परंपरा का फर्क है। माझी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया ‘‘सुंदरगढ़ के लोग कई सालों से हमें आशीर्वाद दे रहे हैं और हम सुंदरगढ़ के लोगों की भावनाओं का कद्र करते हैं। इसलिए सरकार सुंदरगढ़ के लोगों की इच्छा के विपरीत कोई कदम नहीं उठाएगी। राज्य सरकार सुंदरगढ़ जिले के सर्वांगीण विकास के लिए कटिबद्ध है।’’
सुंदरगढ़ के बीजद विधायक जोगेश सिंह ने विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि राज्य के संवैधानिक प्रमुख होने के बावजूद मुख्यमंत्री ने गैर जिम्मेदार बयान दिया है। उन्होंने कहा ‘‘ हम घोषणा की निंदा करते हैं और मुख्यमंत्री से बयान को वापस लेने की मांग करते हैं।’’ सिंह ने यह भी कहा कि सुंदरगढ़ के लोगों की भाषा सांस्कृतिक तौर-तरीके परंपरा जीवन शैली और भौगोलिक विशेषताएं उत्तरी ओडिशा के जिलों से भिन्न हैं तथा सरकार को पश्चिमी ओडिशा की एकता में विखंडन पैदा नहीं करना चाहिए। इस बीच मुख्यमंत्री के बयान को लेकर सुंदरगढ़ जिले से प्रदर्शन की खबरें हैं। सुंदरगढ़ जिला कांग्रेस समिति ने सुंदरगढ़ के डीआरडीए चौक पर प्रदर्शन किया एवं मुख्यमंत्री के बयान की आलोचना की।
माझी ने पहले कहा था कि भाजपा के चुनावी वादे के मुताबिक उनकी सरकार उत्तरी क्षेत्र के तीव्र विकास के लिए एनओडीसी के गठन की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा था कि वह चाहते हैं कि तीव्र विकास के लिए सुंदरगढ़ को एनओडीसी में शामिल किया जाए।
क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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