ऑपरेशन सद्भाव के तहत भारत ने म्यांमार को सहायता की दूसरी खेप भेजी है। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में कहा कि म्यांमार में तूफ़ान यागी के कारण सैकड़ों लोगों की जान चली गई, संपत्ति का बड़े पैमाने पर विनाश हुआ और लाखों लोग प्रभावित हुए। मानवीय परिस्थितियों में अपनी प्रथम प्रतिक्रिया प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए भारत ने म्यांमार की ओर से अनुरोध प्राप्त होने के कुछ ही घंटों के भीतर 21 टन राहत सामग्री की पहली खेप भेज दी। नौसेना का जहाज आईएनएस सतपुड़ा एचएडीआर पैलेट, टेंट, जेनरेटर सेट, खाने के लिए तैयार भोजन, रसोई सेट, सौर लैंप, चिकित्सा आपूर्ति, मच्छरदानी और रिपेलेंट्स, जल शोधन गोलियां और कीटाणुनाशक और अन्य सामग्री लेकर कल यांगून के लिए रवाना हुआ। 17 सितंबर को IAF IL-76 के ज़रिए 32 टन सहायता की दूसरी खेप भेजी गई। इसमें जेनसेट, अस्थायी आश्रय, स्वच्छता किट, सौर लैंप और अन्य राहत सामग्री शामिल थी। ज़रूरत के हिसाब से ज़्यादा सहायता देने की दिशा में ज़रूरत का फिर से आकलन किया जा रहा है। भारतीय नौसेना म्यांमार में अतिरिक्त 10 टन राशन ला रही है। विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, “हमारी लंबे समय से चली आ रही ‘एक्ट ईस्ट’ और ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीतियों के अनुरूप, ऑपरेशन सद्भाव म्यांमार के मैत्रीपूर्ण लोगों का समर्थन करने के लिए भारत के व्यापक प्रयासों का हिस्सा है।” https://x.com/MEAIndia/status/1835953183904157846/photo/1