कर्नाटक को नक्सल मुक्त बनाने और माओवादियों के आत्मसमर्पण के लिए प्रयास जारी: गृह मंत्री

बेंगलुरु, कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने मंगलवार को कहा कि आगामी दिनों में माओवादियों से आत्मसमर्पण कराने की कोशिश की जा रही है क्योंकि सरकार राज्य को ‘‘नक्सलियों से मुक्त’’ बनाना चाहती है। परमेश्वर ने यह टिप्पणी ऐसे समय की है जब कुछ संदिग्ध माओवादियों ने मुख्यधारा में लौटने की इच्छा जताई है। परमेश्वर ने कहा ‘‘आत्मसमर्पण कराने की प्रक्रिया जारी है और हमें इसे अंतिम रूप देना है। विक्रम गौड़ा की घटना (मुठभेड़) के बाद हमने उनसे (माओवादियों/नक्सलियों) आत्मसमर्पण करने का आह्वान किया है। अधिकारी विभिन्न स्तरों पर इस दिशा में काम कर रहे हैं और हमें लगता है कि यह उन्नत चरण में है। हम इस दिशा में काम करना जारी रखेंगे और यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ तो हम उनका आत्मसमर्पण सुनिश्चित करेंगे।’’ उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा ‘‘सरकार के समक्ष आत्मसमर्पण करने के लिए कुछ निश्चित प्रक्रियाएं और नियम हैं। एस एम कृष्णा के मुख्यमंत्री रहते हुए 2000-2001 में भी इसी तरह के प्रयास किए गए थे। इनकी समीक्षा की जाएगी क्योंकि आत्मसमर्पण करने वाले लोगों ने अपनी कुछ इच्छाएं बताई हैं।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या उनके (माओवादियों/नक्सलियों) आत्मसमर्पण किए जाने के बाद राज्य नक्सल मुक्त हो जाएगा इसके जवाब में परमेश्वर ने कहा ‘‘मौजूदा स्थिति में अगर कोई बाहर से नहीं आता है तो यह संभव है। उनकी विभिन्न राज्यों में मौजूदगी है और वे आते-जाते रहते हैं। हमारा प्रयास राज्य को नक्सल मुक्त बनाने पर केंद्रित है।’’ कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को बताया था कि नक्सली गतिविधियों में शामिल लोग जल्द ही राज्य के अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर सकते हैं।क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडियाफोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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