वायनाड (केरल) कांग्रेस नेता एवं वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी और उनकी बहन एवं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने बृहस्पतिवार अपराह्न केरल में वायनाड जिले के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र चूरलमाला का तथा मेप्पाडी में एक अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया। घटनास्थल का दौरा करने के बाद गांधी ने फेसबुक पर लिखा कि आपदा एवं त्रासदी का दृश्य देखकर उन्हें काफी दुख हुआ। उन्होंने लिखा ‘‘ इस मुश्किल घड़ी में प्रियंका और मैं वायनाड के लोगों के साथ खड़े हैं। हम राहत बचाव और पुनर्वास प्रयासों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाए। यूडीएफ (संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा-केरल का विपक्षी गठबंधन) हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’ उन्होंने लिखा ‘‘ भूस्खलन और प्राकृतिक आपदाओं की बार-बार हो रही घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं। एक व्यापक कार्य योजना की तत्काल आवश्यकता है।’’ चूरलमाला पहुंचने के बाद वर्षा एवं कीचड़ के बावजूद नीले रंग का पारदर्शी रेनकोट पहने गांधी और उनकी बहन ने वहां बनाये गये लकड़ी के अस्थायी पुल को पार किया ‘बेली’ पुल का निर्माण देखा तथा हालाज का जायजा लिया। कांग्रेस ने ‘एक्स’ पर लिखा ‘‘नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी जी ने वायनाड के चूरलमाला का दौरा किया जहां विनाशकारी भूस्खलन की वजह से कई जानें चली गयीं एवं कई परिवार बर्बाद हो गये।’’ पार्टी ने इन नेताओं के दौरे की तस्वीरें भी ‘एक्स’ पर पोस्ट कीं। वहां से राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी डॉ. मूपेन मेडिकल कॉलेज और मेप्पाडी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गये जहां शवों को रखा गया है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने वहां पीड़ित परिवारों से बातचीत की। पार्टी महासचिव एवं अलप्पुझा से सांसद के.सी. वेणुगोपाल एवं कई अन्य कांग्रेस नेता भी दोनों के साथ थे। पार्टी द्वारा जारी उनके इस दौरे के कार्यक्रम के अनुसार दोनों भाई-बहन बाद में मेप्पाडी में दो राहत शिविरों में जायेंगे। गांधी ने 2019 में वायनाड लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीता था। हाल के लोकसभा चुनाव में उन्होंने फिर वायनाड से जीत दर्ज की। इसके साथ-साथ वह उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से भी विजयी हुए। उन्होंने वायनाड निर्वाचन क्षेत्र से जून में इस्तीफा दे दिया जहां उपचुनाव होने पर प्रियंका के चुनाव लड़ने की उम्मीद है। इससे पहले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सुबह साढ़े नौ बजे कन्नूर हवाई अड्डे पर उतरे और फिर सड़क मार्ग से वायनाड पहुंचे। वायनाड जिले में मंगलवार की सुबह मूसलाधार बारिश के कारण बड़े पैमाने पर हुए भूस्खलन ने मुंडक्कई चूरलमाला अट्टामाला और नूलपुझा बस्तियों को प्रभावित किया जिसमें अब तक महिलाओं और बच्चों सहित 173 लोगों की मौत हो चुकी है।क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडियाफोटो क्रेडिट : Wikimedia common