नयी दिल्ली जम्मू-कश्मीर की राजनीति से लेकर दिल्ली के सत्ता गलियारों तक भाजपा नेता जितेंद्र सिंह एक जाना-पहचाना चेहरा हैं। उन्हें एक कुशल टास्क मास्टर के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली पिछली दो सरकारों के भरोसेमंद सदस्यों में से एक रहे हैं।
डॉक्टर साहब के नाम से लोकप्रिय सिंह ने पिछले दशक में मोदी के नेतृत्व वाली पहली और दूसरी सरकार में सबसे शक्तिशाली प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में राज्य मंत्री सहित कई विभागों का कार्यभार संभाला।
रविवार को यहां राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें मोदी के नेतृत्व वाली तीसरी सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ दिलाई।
नौकरशाही शासन से संबंधित महत्वपूर्ण मामलों को संभालने और जम्मू-कश्मीर के विकास के प्रति सिंह के दृष्टिकोण की कई लोग सराहना करते हैं।
जम्मू में जन्मे 67 वर्षीय सिंह को 2014 में जम्मू-कश्मीर के उधमपुर निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार लोकसभा सदस्य के रूप में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री के रूप में शामिल किया गया था।
मिलनसार स्वभाव के सिंह ने हाल में 17वीं लोकसभा के भंग होने तक प्रधानमंत्री कार्यालय कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष विभाग में राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया।
डॉक्टर से नेता बने सिंह विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी थे।
सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार चौधरी लाल सिंह को हराकर तीसरी बार उधमपुर लोकसभा सीट जीती। इससे पहले उन्होंने 2014 और 2019 में भी इस सीट पर जीत दर्ज की थी।
एमबीबीएस और एमडी (मेडिसिन) सिंह ने स्टेनली मेडिकल कॉलेज चेन्नई और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नयी दिल्ली से पढ़ाई की।
क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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