दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा है कि केंद्रीय बजट 2024-25 में दिल्ली सरकार के साथ-साथ दिल्ली के लोगों के साथ अन्याय हुआ है। प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आतिशी ने कहा कि दिल्ली ने पिछले वित्तीय वर्ष में केंद्र सरकार को 2 लाख 32 हजार करोड़ रुपये टैक्स दिया।
दिल्ली के लोग चाहते थे कि उन्हें इस टैक्स का सिर्फ 5% हिस्सा मिले। लेकिन इसके बावजूद केंद्र सरकार ने बजट में दिल्ली को टैक्स में हिस्सेदारी के तौर पर एक भी रुपया नहीं दिया। आतिशी ने कहा, “वित्त वर्ष 2023-24 में दिल्ली के लोगों ने केंद्र सरकार को 2 लाख 7 हजार करोड़ रुपये का आयकर दिया और बदले में केंद्र सरकार ने सिर्फ 1168 करोड़ रुपये दिए। यह हमारे आयकर का 0.4% भी नहीं है। इसमें भी केंद्र सरकार ने टैक्स में हिस्सेदारी के तौर पर एक भी रुपया नहीं दिया है।”
आतिशी ने आगे कहा, “कोरोना के समय भी जब पूरे देश में तबाही मची हुई थी, तब भी दिल्ली के लोगों ने 1 लाख 49 हजार 613 करोड़ रुपये का आयकर दिया। बदले में केंद्र सरकार ने इतनी बड़ी रकम का केवल 0.2% यानी केवल 1012 करोड़ रुपये दिए।” आतिशी ने कहा कि जैसे अंग्रेज सरकार भारत का पैसा लूटकर ब्रिटेन ले जाती थी, वैसे ही भाजपा की केंद्र सरकार दिल्ली के लोगों का पैसा लूटकर ले जा रही है।
“दिल्ली के लोगों को ही तय करना चाहिए कि केंद्र सरकार उनके साथ न्याय कर रही है या नहीं? क्या दिल्ली के लोगों को उनकी मेहनत की कमाई से दिए गए टैक्स में से उनका हिस्सा मिलना चाहिए या नहीं? जब दिल्ली के लोग पूरी ईमानदारी से अपना टैक्स दे रहे हैं, तो केंद्र सरकार उन्हें उनके हक का पैसा क्यों नहीं दे रही है? आज भाजपा शासित केंद्र सरकार दिल्ली के लोगों के साथ अंग्रेजों जैसा व्यवहार कर रही है।”
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