नयी दिल्ली, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों से कहा गया है कि वे मरीजों को सिर्फ जेनेरिक दवाओं का परामर्श दें। उन्होंने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि इस साल जून तक पूरे देश में 30, 9,512 प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र खोले गए हैं। मांडविया ने कहा कि भारतीय चिकित्सा परिषद नियमन, 2002 के तहत यह प्रावधान है कि हर फिजिशियन को सिर्फ जेनेरिक नाम वाली दवाइयां विशेष रूप से बड़े अक्षरों में लिखनी चाहिए। उनका यह भी कहना था कि देश में गुणवत्तापूर्ण दवाएं सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
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