कोलकाता, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को दावा किया कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राजग सरकार लंबे समय तक नहीं टिकेगी क्योंकि यह ‘‘डरा-धमका कर’’ बनाई गई है। बनर्जी ने यहां तृणमूल कांग्रेस की ‘शहीद दिवस’ रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने किसी का नाम लिए बिना आर्थिक लाभ के लिए मंत्री पद ‘‘त्यागने’’ का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार में भाजपा के राजग सहयोगियों की आलोचना की। इस कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव भी मौजूद थे। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में सपा के अच्छे प्रदर्शन के लिए मुख्यमंत्री बनर्जी ने यादव की सराहना भी की। उन्होंने कहा ‘‘केंद्र की सरकार लंबे समय तक नहीं टिकेगी। यह स्थिर सरकार नहीं है और जल्द ही गिर जाएगी।’’ बनर्जी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में शामिल भाजपा के सहयोगी दलों को ‘‘कायर और लालची बताया जिन्होंने आर्थिक प्रलोभनों के आगे घुटने टेक दिए।’’ बनर्जी ने सवाल किया ‘‘क्या कभी किसी ने मंत्रालयों के बदले पैसे की पेशकश के बारे में सुना है वे कायर बेशर्म और लालची हैं। उन्होंने अपनी पहचान का त्याग कर दिया।’’ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए कहा ‘‘आपने उत्तर प्रदेश में जो ‘खेल’ खेला उससे (उप्र की) भाजपा सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए था लेकिन बेशर्म सरकार एजेंसियों और अन्य साधनों का दुरुपयोग करके सत्ता में बनी हुई है।’’ उन्होंने कहा ‘‘आप एजेंसियों का दुरुपयोग करके हमें दबा नहीं सकते… केवल बंगाल ही भारत के अस्तित्व को बचा सकता है। बंगाल के बिना भारत का अस्तित्व नहीं हो सकता।’’ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार जल्द ही गिर जाएगी। उन्होंने दावा किया ‘‘भाजपा के पास अब बहुमत नहीं है। मौजूदा केंद्र सरकार जिस तरह से सत्ता में आई है – केंद्रीय जांच एजेंसियों और निर्वाचन आयोग का दुरुपयोग करके – वह लंबे समय तक टिके रहने में सक्षम नहीं होगी।’’ बनर्जी ने भाजपा कांग्रेस और माकपा पर पश्चिम बंगाल में ‘‘अंदरुनी समझौता’’ करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि इन दलों का एकमात्र उद्देश्य राज्य में विकास प्रयासों को बाधित करना है। मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘मैं राज्य सरकार की नौकरियों में 10 लाख भर्तियां करने की तैयारी कर रही हूं। हालांकि जब भी मैं ऐसी पहल की घोषणा करने का प्रयास करती हूं तो ये दल अदालत में उनके खिलाफ जनहित याचिकाएं दायर करते हैं। कभी-कभी वे नौकरी सृजन को रोकने की कोशिश करते हैं जबकि अन्य समय में वे पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण लाभ में बाधा डालने का प्रयास करते हैं।’’ मुख्यमंत्री ने राज्य में भीड़ के हमलों की हाल की घटनाओं का जिक्र करते कहा ‘‘लोगों के साथ अन्याय न करें और न ही इसे बर्दाश्त करें दोषी पाए जाने पर हम तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों को भी नहीं बख्शेंगे।’’ उन्होंने कहा ‘‘मैं चाहती हूं कि पार्टी कार्यकर्ता जनता के मित्र बनें। मैं नगर पालिका और पंचायत प्रतिनिधियों विधायकों तथा सांसदों से कहना चाहती हूं कि वे सुनिश्चित करें कि हमें उनके खिलाफ कोई शिकायत न मिले।’’ मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘अगर हमें कोई शिकायत मिलती है तो हम उचित कार्रवाई करेंगे। सभी जानते हैं कि अगर कोई अन्याय होता है तो हम तृणमूल कांग्रेस के लोगों को भी नहीं छोड़ते।’’ बनर्जी की यह टिप्पणी राज्य के कुछ इलाकों में तृणमूल कांग्रेस नेताओं की भीड़ हिंसा और सार्वजनिक रूप से कोड़े मारने की घटनाओं में कथित संलिप्तता को लेकर लोगों में व्याप्त असंतोष के संदर्भ में आई है। इनमें से कई मामलों में गिरफ्तार किए गए लोग तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। पार्टी के निर्वाचित प्रतिनिधियों को सख्त संदेश देते हुए बनर्जी ने कहा कि काम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा ‘‘लालची मत बनो। सादा खाना खाओ लेकिन भ्रष्टाचार मत करो। हम उन लोगों से कोई संबंध नहीं रखेंगे जो चुने जाने के बाद लोगों की सेवा नहीं करते। हमें अपनी जीत पर विनम्र होना चाहिए।’’क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया फोटो क्रेडिट : Wikimedia common