तिरुवनंतपुरम, कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच केरल में मंगलवार को सर्वदलीय बैठक का आयोजन हुआ जिसमें महामारी से साथ मिलकर लड़ने और स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने का निर्णय किया गया। साथ ही वायरस के प्रसार पर लगाम कसने के लिए लॉकडाउन लगाने से इंकार किया गया।
पिछले कुछ हफ्तों से राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए वामपंथी सरकार ने स्थिति पर विचार-विमर्श करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई थी।
राज्य में एक और लॉकडाउन लगाए जाने की खबरों से इंकार करते हुए मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा, ‘‘सर्वदलीय बैठक में सहमति बनी कि लॉकडाउन समाधान नहीं है। सभी दल साथ मिलकर महामारी से लड़ने पर सहमत हुए।’’ उन्होंने कहा कि हमने निर्णय किया है कि कोविड-19 स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का कड़ाई से अनुपालन आवश्यक है।
बैठक के बाद विजयन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भीड़भाड़ से बचा जाना चाहिए और विवाह, अंतिम संस्कार, राजनीति जैसे कार्यक्रमों की संख्या… हर चीज को स्वीकृत सीमा तक सीमित किया जाना चाहिए।’’
भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) के सुझाव के बारे में पूछने पर विजयन ने कहा कि स्थिति इतनी खराब नहीं हुई है कि लॉकडाउन लगाया जाए। आईएमए ने सुझाव दिया था कि बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य में ‘‘स्वास्थ्य आपातकाल’’ लगाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी राजनीतिक दल इस बात पर सहमत हो गए हैं कि प्रदर्शन एवं अन्य राजनीतिक घटनाओं के लिए भीड़ एकत्र करने से बचा जाए। उन्होंने कहा, ‘‘सभी राजनीतिक दल सहमत हुए हैं कि कोविड-19 के स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन किया जाए।’’
विजयन ने कहा, ‘‘बहरहाल भाजपा के प्रतिनिधि ने कहा कि पार्टी प्रदर्शन जारी रखेगी तथा इसे और तेज करेगी लेकिन कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करेगी।’’ उन्होंने कहा कि सरकार लोकतंत्र में किसी भी तरह के प्रदर्शन के खिलाफ नहीं है।
क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया