वाशिंगटन, अमेरिका स्थित सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के निदेशक रोशेल वालेंस्की ने कहा है कि उन्हें आशंका है कि कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप के संक्रमण की प्रबलता रहेगी।
कोरोना वायरस का डेल्टा स्वरूप का पता सबसे पहले भारत में चला था और ब्रिटेन में इसके काफी मामले सामने आये हैं।
वालेंस्की ने शुक्रवार को एबीसी के ‘‘गुड मॉर्निंग अमेरिका’’ से कहा, ‘‘इस डेल्टा स्वरूप के अधिक संक्रामक होने के चलते, इसको लेकर चिंता है, हमारे टीके कारगर हैं।’’
उन्होंने अमेरिकियों को टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि ‘‘आप इस डेल्टा स्वरूप से सुरक्षित रहेंगे।’’
वालेंस्की ने कहा कि अगले हफ्ते एक सलाहकार समिति 30 साल से कम उम्र के लगभग 300 लोगों में ह्रदय में शोध होने की रिपोर्ट पर गौर करेगी, जिन्होंने कोरोना वायरस का टीका लिया था।
वालेंस्की ने कहा, ‘‘टीके की 20 करोड़ से अधिक खुराक दी गई हैं और वास्तव में ये मामले वास्तव बहुत दुर्लभ हैं।’’
उन्होंने कहा कि हृदय की समस्या आम तौर पर आराम करने और मानक दवाओं के सेवन से ठीक हो जाती है।
क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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