‘गोदावरी’ निशिकांत कामत को श्रद्धांजलि है : मराठी फिल्म निर्माता निखिल महाजन

पणजी, फिल्म निर्माता निखिल महाजन का कहना है कि उनकी मराठी फिल्म ‘गोदावरी’ उनके करीबी दोस्त और मार्गदर्शक रहे निशिकांत कामत को श्रद्धांजलि देने का तरीका है। कामत का पिछले साल 50 साल की उम्र में निधन हो गया था।

महाजन ने कहा कि यह फिल्म 17 अगस्त, 2020 को कामत की मृत्यु के बाद शुरू हुई थी और वह फिल्म निर्माता के जीवन को याद करना चाहते थे, जिन्हें वह प्यार से निशि सर कहते थे।

महाजन ने कहा, ‘‘उस दिन हमने अपने सबसे करीबी दोस्त, सलाहकार और भारत के सर्वश्रेष्ठ फिल्म निर्माताओं में से एक निशिकांत कामत को खो दिया। हमलोग उनके बहुत करीब थे। जब उनका निधन हुआ तो जितेंद्र जोशी जो फिल्म के मुख्य अभिनेता और सह-निर्माता हैं, ने मुझे फोन किया और कहा कि निखिल, हमें निशि सर के लिए कुछ करना होगा। मैंने कहा कि उन्हें याद करने का इससे बेहतर तरीका क्या होगा कि हम उनके लिए एक फिल्म बनाएं।

उन्होंने कहा, ‘‘यह उनके लिए एक श्रद्धांजलि है। हमने मुख्य किरदार का नाम निशि सर के नाम पर रखा है।’’ समीक्षकों द्वारा सराही गई फिल्म ‘दृश्यम’, ‘फोर्स’ और इरफान खान अभिनीत ‘मदारी’ के निर्देशन के लिए मशहूर कामत का दो साल तक लीवर सिरोसिस से जूझने के बाद निधन हो गया।

कामत को याद करते हुए महाजन ने कहा कि उनके निधन से भारतीय सिनेमा को बड़ा झटका लगा है। फिल्म निर्माता ने कहा कि जीवन और मृत्यु की दार्शनिक खोज करती इस फिल्म का नाम महाराष्ट्र के नासिक से देश के दक्षिणी राज्यों में बहने वाली ‘गोदावरी’ नदी से प्रेरित है।

फिल्म ‘सेक्रेड गेम्स’ के अभिनेता जितेंद्र जोशी ने निशिकांत देशमुख नाम के एक क्रोधी व्यक्ति का किरदार निभाया है। फिल्म में मुख्य किरदार और उसके परिवार की कहानी को दर्शाया गया है जो दो करीबी रिश्तेदारों की मौत का सामना करने की कोशिश करता है।

‘‘गोदावरी को दक्षिण की गंगा के रूप में जाना जाता है और पश्चिमी महाराष्ट्र में काफी संख्या में लोग अपने प्रियजनों की अस्थियों का विसर्जन इस नदी में करते हैं। इसलिए यह नदी भारत की इस बड़ी आबादी के लिए सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व रखती है।

फिल्म हाल में भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) में भारतीय पैनोरमा खंड में प्रदर्शित की गई थी। इसमें गौरी नलवाडे के साथ-साथ अनुभवी अभिनेता विक्रम गोखले और नीना कुलकर्णी भी हैं।

महाजन (37) ने कहा कि फिल्म को कोरोनोवायरस महामारी के दौरान फिल्माया गया था जिससे टीम के लिए चीजें काफी मुश्किल हो गईं। उन्होंने कहा, ‘‘नदी के चारों ओर घनी आबादी वाले शहर में शूटिंग करना बहुत ही कठिन था। हमारे पास बहुत से वरिष्ठ कलाकार थे और हम वास्तव में उनके स्वास्थ्य के बारे में चिंतित थे। साथ ही यह संक्रमण मुक्त माहौल और प्रतिबंधों के साथ शूटिंग का एक नया तरीका था।’’

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Getty Images

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