मुंबई, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा मंत्रालय में चिकित्सा सहायता प्रकोष्ठ स्थापित करने में कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि इसका उद्देश्य लोगों की मदद करना है। मुख्यमंत्री राहत कोष (सीएमआरएफ) पहले से मौजूद होने के बावजूद चिकित्सा सहायता प्रकोष्ठ बनाने वाले शिंदे ने सोमवार को कहा था कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ “कोई शीत युद्ध नहीं है।”शिंदे के करीबी सहयोगी मंगेश चिवाटे नए मेडिकल प्रकोष्ठ के प्रमुख होंगे। यह घटनाक्रम राज्य में महायुति गठबंधन सरकार में शामिल दलों के बीच संरक्षक मंत्रियों की नियुक्तियों समेत विभिन्न मुद्दों पर खींचतान के बीच आया है। फडणवीस ने मंगलवार को पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा “ऐसे प्रकोष्ठ के गठन में कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि इसका उद्देश्य लोगों की मदद करना है। जब मैं उपमुख्यमंत्री था तो मैंने ऐसे ही एक प्रकोष्ठ का गठन किया था।” शिंदे ने सोमवार को कहा था कि प्रकोष्ठ का गठन लोगों की सहायता के उनके सामूहिक प्रयासों के तहत एक कदम है। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री के ‘वॉर रूम’ से जुड़ेगा और इसका उद्देश्य सेवाओं तक पहुंच बढ़ाना है न कि प्रतिस्पर्धा करना। शिंदे ने कहा “हमारे बीच कोई शीत युद्ध नहीं है। हम विकास का विरोध करने वालों के खिलाफ अपनी लड़ाई में एकजुट हैं। जब मैं मुख्यमंत्री था तब 31 अक्टूबर 2023 को तत्कालीन उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने ऐसा ही एक प्रकोष्ठ बनाया था।”क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडियाफोटो क्रेडिट : Wikimedia common