सुकमा छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में रविवार को नक्सलियों ने एक ट्रक को ‘परिष्कृत विस्फोटक यंत्र’ (आईईडी) से उड़ा दिया जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की विशेष इकाई ‘कोबरा’ के दो जवान शहीद हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह विस्फोट राज्य की राजधानी रायपुर से 400 किलोमीटर दूर सुरक्षा बलों के सिलगेर और टेकलगुडेम शिविरों के बीच टिम्मापुरम गांव के पास अपराह्न करीब तीन बजे किया गया।
उन्होंने बताया कि ‘कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन’ (कोबरा) की 201वीं इकाई के एक अग्रिम दल ने टेकलगुडेम की ओर सड़क सुरक्षा ड्यूटी के तहत जगरगुंडा पुलिस थाने की सीमा के अंतर्गत सिलगेर शिविर से गश्त शुरू की थी।
उन्होंने बताया कि सुरक्षाकर्मी मोटरसाइकिल पर सवार थे जबकि उनका सामान और राशन ट्रक में ले जाया जा रहा था। अधिकारी ने कहा ‘‘नक्सलियों ने ट्रक को निशाना बनाकर आईईडी धमाका किया जिसमें उत्तर प्रदेश निवासी कांस्टेबल शैलेंद्र (29) और केरल निवासी चालक विष्णु आर (35) की मौत हो गई। ट्रक में और कोई सवार नहीं था।’’
अधिकारी ने बताया कि धमाके की सूचना मिलने के बाद अतिरिक्त सुरक्षा बल मौके पर पहुंच गए हैं तथा शवों को जंगल से बाहर निकाला जा रहा है जबकि तलाश अभियान जारी है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक संदेश में कहा कि जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।
उन्होंने कहा ‘‘सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी धमाके में ‘कोबरा’ के दो जवानों के मारे जाने का समाचार बेहद दुखद है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।’’ साय ने कहा ‘‘बस्तर क्षेत्र में जारी नक्सल विरोधी अभियान से नक्सली हताश हैं और इस तरह की कायराना हरकतें कर रहे हैं। जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। जब तक नक्सलवाद का खात्मा नहीं हो जाता हम चुप नहीं बैठेंगे।’’
क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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