नयी दिल्ली, भाजपा नेताओं ने बृहस्पतिवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ‘‘आपातकाल’’ के खिलाफ उनके संघर्ष को याद किया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण का मातृभूमि के लिए समर्पण अनुकरणीय था।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान, लोकतंत्र की रक्षा के लिए आपातकाल के विरुद्ध उनका सम्पूर्ण क्रांति का विचार हर देशवासी के लिए सदैव एक प्रेरणा का केंद्र रहेगा। लोकतंत्र के ऐसे पुरोधा की पुण्यतिथि पर कोटिशः नमन।’’
‘‘जेपी’’ और ‘‘लोकनायक’’ के नाम से मशहूर जयप्रकाश नारायण की आज पुण्यतिथि है। उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को चुनौती देकर 1974 में सम्पूर्ण क्रांति की शुरूआत की थी। इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 की आधी रात में राष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया था। इसके बाद जेपी को गिरफ्तार कर लिया गया था और उन्हें चंडीगढ़ में बंदी बनाकर रखा गया था।
पटना में अपने आवास पर आठ अक्टूबर 1979 को जेपी का निधन हुआ।
वर्ष 1999 में उन्हें मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि राष्ट्र के प्रति उनकी अप्रतिम निष्ठा व समर्पण भाव सदैव स्मरणीय रहेगा।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘देश के लोकतंत्र पर हुए सबसे बड़े आघात ‘आपातकाल’ के विरुद्ध ‘सम्पूर्ण क्रांति’ का उद्घोष देने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी, भारत रत्न लोकनायक श्री जयप्रकाश नारायण जी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत शत नमन। राष्ट्र के प्रति आपकी अप्रतिम निष्ठा व समर्पण भाव सदैव स्मरणीय रहेगा।’’
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट कर कहा, ‘‘स्वाधीनता संग्राम के ध्वजवाहक व संपूर्ण क्रांति के जनक लोकनायक जय प्रकाश नारायण जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन। आपातकाल के खिलाफ विरोध का बिगुल फूंककर उन्होंने भारतीय राजनीति को नई दिशा दी। उनके क्रांतिकारी विचार सदैव हमें लोकतान्त्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए प्रेरित करते रहेंगे।’’
भाजपा प्रवक्ता व पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने कहा कि वे महान स्वतंत्रता सेनानी, दिग्गज राजनेता, समाज सुधारक तथा ‘‘सर्वोदय’’ की अवधारणा देने वाले जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि पर सादर नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आपातकाल के समय में जन संघर्ष का नेतृत्व करके उन्होंने लोकतंत्र को पुनः स्थापित करनें में प्रमुख भूमिका निभायी थी।’’
क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया