जोकोविच ने मेदवेदेव को हराकर नौवीं बार आस्ट्रेलियाई ओपन का खिताब जीता

मेलबर्न, दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने आस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट में अपना दबदबा बरकरार रखते हुए रविवार को यहां नौवीं बार पुरुष एकल फाइनल में हिस्सा लेते हुए देनिल मेदवेदेव को हराकर नौवीं बार खिताब जीता।

जोकोविच ने इसके साथ ही 18वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीतकर रोजर फेडरर और रफेल नडाल के पुरुष एकल में रिकॉर्ड 20 ग्रैंडस्लैम खिताब की बराबरी करने की ओर कदम बढ़ाए।

जोकोविच ने दमदार सर्विस और रिटर्न के अलावा बेसलाइन पर दबदबा बनाते हुए मेदवेदेव को दो घंटे से भी कम समय में 7-5, 6-2, 6-2 से हराकर मेलबर्न पार्क में लगातार तीसरा खिताब जीता। सर्बियाई खिलाड़ी के दबदबे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक समय उन्होंने 13 में से 11 गेम जीतकर मैच में अपनी पकड़ मजबूत की।

सर्बिया के 33 साल के जोकोविच ने आस्ट्रेलियाई ओपन के सेमीफाइनल और फाइनल में अपने सभी 18 मुकाबले जीते हैं।

जोकोविच ने पिछले 10 में से छह मेजर टूर्नामेंट जीते हैं जिससे कम से कम आठ मार्च तक उनका दुनिया का नंबर एक खिलाड़ी बने रहना तय है। इससे वह 311 हफ्तों तक शीर्ष स्थान पर रहेंगे और फेडरर का रिकॉर्ड तोड़ देंगे।

दुनिया के चौथे नंबर के खिलाड़ी मेदवेदेव अपने दूसरे ग्रैंडस्लैम फाइनल में खेल रहे थे। इससे पहले 2019 अमेरिकी ओपन के फाइनल में भी उन्हें नडाल के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी और उन्हें अब भी अपने पहले ग्रैंडस्लैम खिताब का इंतजार है।

जोकोविच ने इसके साथ ही रूस के 25 साल के खिलाड़ी के लगातार 20 जीत के क्रम को भी तोड़ दिया। मेदवेदेव ने दुनिया के शीर्ष 10 खिलाड़ियों के खिलाफ भी अपने पिछले 12 मुकाबले जीते थे लेकिन आस्ट्रेलिया ओपन में जोकोविच का सामना करना किसी भी प्रतिद्वंद्वी के लिए आसान नहीं होता।

दूसरे सेट तक ही जोकोविच के दबदबे ने मेदवेदेव को निराश कर दिया था और वह बार-बार हाथ उठाकर अपने कोच की तरफ देख रहे थे, मानों पूछ रहे हो, ‘‘अब मैं यहां क्या कर सकता हूं?’’

इस स्टेडियम में इस टूर्नामेंट के दौरान ग्रैंडस्लैम चैंपियन फेडरर, नडाल, एंडी मरे, स्टेन वावरिंका, डोमीनिक थीम को भी इस तरह की निराशा का सामना करना पड़ा है जिन्हें जोकोविच ने मेलबर्न में सेमीफाइनल या फाइनल में हराया।

जोकोविच ने आस्ट्रेलिया में नौ ग्रैंडस्लैम खिताब के अलावा पांच विंबलडन, तीन अमेरिकी ओपन और एक फ्रेंच ओपन खिताब भी जीता है।

जोकोविच के साथ नडाल और फेडरर को पछाड़ने का अच्छा मौका है। वह नडाल से एक साल जबकि फेडरर से साढ़े छह साल छोटे है। फेडरर इस साल अगस्त में 40 बरस के हो जाएंगे। घुटने के दो आपरेशन के कारण फेडरर ने एक साल से अधिक समय से कोई टूर्नामेंट नहीं खेला है लेकिन उनके अगले महीने टूर पर वापसी करने की उम्मीद है।

शाम को शुरू हुए इस मुकाबले के दौरान मौसम सुहावना था। कोरोना वायरस महामारी के कारण यह प्रतियोगिता तीन हफ्ते के विलंब से शुरू हुई और फाइनल मुकाबले के लिए रोड लेवर एरेना में 7426 दर्शक मौजूद थे जो एरेना की क्षमता का 50 प्रतिशत है।

मेदवेदेव को शुरू से ही लय हासिल करने के लिए जूझना पड़ा। उन्होंने मैच के पहले 10 मिनट में कई शॉट बाहर और नेट पर मारे जिससे जोकोविच ने शुरुआती 16 में से 13 अंक जीतकर 3-0 की बढ़त बना ली।

मेदवेदेव ने इसके बाद वापसी करते हुए स्कोर 3-3 किया। इसके बाद 5-5 तक स्कोर बराबर था। जोकोविच ने अपनी सर्विस बचाई और फिर मेदवेदेव की सर्विस तोड़कर पहला सेट जीत लिया।

दूसरे सेट के पहले गेम में ही जोकोविच ने अपनी सर्विस गंवाई लेकिन इसके बाद उन्होंने दबदबा बनाते हुए दूसरा और तीसरा सेट जीतकर खिताब अपनी झोली में डाला।

जाकोविच का यह 28वां ग्रैंडस्लैम फाइनल था और उन्होंने नडाल की बराबरी की। पुरुष एकल के इतिहास में सबसे अधिक फाइनल खेलने का रिकॉर्ड फेडरर के नाम है जिन्होंने 31 बार यह कारनामा किया है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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