रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने 13 सितंबर, 2024 को भारतीय लाइट टैंक, जोरावर के प्रारंभिक ऑटोमोटिव परीक्षणों का सफलतापूर्वक संचालन किया। अत्यधिक बहुमुखी मंच जो उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनाती में सक्षम है। रेगिस्तानी इलाके में किए गए फील्ड परीक्षणों के दौरान, लाइट टैंक ने असाधारण प्रदर्शन किया, सभी इच्छित उद्देश्यों को कुशलतापूर्वक पूरा किया।प्रारंभिक चरण में, टैंक के फायरिंग प्रदर्शन का कड़ाई से मूल्यांकन किया गया था और इसने निर्दिष्ट लक्ष्यों पर आवश्यक सटीकता हासिल की। ज़ोरावर को लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड के सहयोग से रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की एक इकाई, लड़ाकू वाहन अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (CVRDE) द्वारा सफलतापूर्वक विकसित किया गया है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) सहित कई भारतीय उद्योगों ने देश के भीतर स्वदेशी रक्षा विनिर्माण क्षमताओं की ताकत का प्रदर्शन करते हुए विभिन्न उप-प्रणालियों के विकास में योगदान दिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय लाइट टैंक के सफल परीक्षणों के लिए DRDO, भारतीय सेना और सभी संबद्ध उद्योग भागीदारों की सराहना की रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव तथा डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने भी परियोजना में शामिल पूरी टीम को बधाई दी।Photo : Wikimedia