युवा प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन भुवनेश्वर, ओडिशा में एक भव्य कार्यक्रम में किया गया, जिसमें प्रमुख नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, युवा मामले और खेल मंत्री मनसुख मंडाविया, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन महापात्रा, राज्य मंत्री के.वी. सिंह, पी. मार्गेरिटा और रक्षा निखिल खडसे ने इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस कार्यक्रम में न्यूज़वीक के सीईओ और सह-संस्थापक डॉ. देव प्रगद भी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।डॉ. जयशंकर ने अमृत काल के दौरान भारत के “विकसित भारत” बनने की यात्रा पर विचार किया और इस परिवर्तनकारी चरण में युवा नेतृत्व के महत्व पर बल दिया। उन्होंने बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु का हवाला दिया, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत के रवैये को “चलता है” से “बदल सकता है” और “होगा कैसे नहीं?” में बदलने का श्रेय दिया। मंत्री ने कोविड-19 महामारी के दौरान भारत के लचीलेपन, चंद्रयान-3 की सफलता और स्टार्टअप्स और यूनिकॉर्न के उदय को इस उभरती हुई भावना के उदाहरण के रूप में उजागर किया। उन्होंने स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, आयुष्मान भारत और अटल टिंकरिंग लैब जैसी परिवर्तनकारी पहलों के माध्यम से युवाओं में निवेश करने की आवश्यकता को रेखांकित किया, जिसका उद्देश्य वैश्विक मंच पर भारत की पूरी क्षमता को उजागर करना है। डॉ. जयशंकर ने प्रवासी युवाओं से भारत से जुड़े रहने, अपनी जड़ों से संबंधों को मजबूत करते हुए इसकी संस्कृति, पर्यटन और विरासत को बढ़ावा देने का भी आग्रह किया। ओडिशा की सांस्कृतिक समृद्धि और विकासात्मक प्रगति को स्वीकार करते हुए, मंत्री ने एक मेजबान के रूप में राज्य की भूमिका की प्रशंसा की, जिससे आगंतुकों को भारत की सभ्यतागत विरासत और आधुनिक आकांक्षाओं की झलक मिली। उन्होंने भारत की लोकतांत्रिक और समावेशी विकास यात्रा की अनूठी प्रकृति पर जोर देते हुए समापन किया, जो प्रौद्योगिकी और परंपरा के तालमेल से प्रेरित है, जिसमें युवा इसकी निर्णायक शक्ति हैं।https://x.com/MEAIndia/status/1876891188155777089/photo/1