तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाया जाना चाहिए : केसीआर

भैंसा (तेलंगाना), भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में एक भी मेडिकल कॉलेज या नवोदय विद्यालय की मंजूरी नहीं दी, जिसके कारण उसे 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में सबक सिखाया जाना चाहिए।‘केसीआर’ के नाम से मशहूर राव ने यहां एक चुनावी रैली में कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी समेत उसके नेतागण कहते हैं कि अगर वे सत्ता में आए, तो वे एकीकृत भूमि प्रबंधन पोर्टल ‘धरणी’ हटा देंगे, जिससे फिर से ‘‘बिचौलिया राज’’ का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।उन्होंने कहा कि बीआरएस सरकार ने 10 वर्ष में अल्पसंख्यक कल्याण कार्यों पर 12,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जबकि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने 900 करोड़ रुपये खर्च किए थे।मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘हम केंद्र से प्रत्येक जिले में नवोदय स्कूल बनाने के लिए कह रहे हैं। एक भी नवोदय स्कूल को स्वीकृति नहीं दी गयी। उन्होंने राज्य को एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं दिया। उन्हें सबक सिखाने की जरूरत हैं, वरना वे हम पर हावी हो जाएंगे।’’उन्होंने लोगों से यह आकलन करने के लिए कहा कि किस पार्टी ने उन्हें फायदा पहुंचाया और चुनाव में वोट डालने से पहले इस बारे में सोचने को कहा।राव ने अपील की, ‘‘कांग्रेस ने 50 साल तक इस देश और राज्य पर राज किया। इस बीच कुछ समय के लिए तेलुगु देशम पार्टी आयी। बीआरएस पिछले 10 साल से शासन कर रही है। विकास का इतिहास आपके सामने है। मैं चाहता हूं कि आप तथ्यों के आधार पर फैसला करें।’’उन्होंने कहा कि जब नए राज्य का गठन हुआ था, तो पर्याप्त बिजली और पेयजल सुविधाओं के बिना यह पूरी तरह अस्त-व्यस्त था। उन्होंने कहा कि अब तेलंगाना देश का इकलौता राज्य है, जो किसानों को 24 घंटे निशुल्क बिजली उपलब्ध कराता है।केसीआर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के दौरान उर्वरकों की कमी रहती थी, लेकिन आज मिलावट रहित बीजों के अलावा वे प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं, जिससे राज्य के कृषि क्षेत्र में प्रगति हुई है।उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक सौहार्द के कारण तेलंगाना में पिछले 10 साल के दौरान एक दिन भी कर्फ्यू नहीं लगाया गया है।उन्होंने कहा, ‘‘जब तक केसीआर जिंदा है, तब तक तेलंगाना एक धर्मनिरपेक्ष राज्य बना रहेगा।’’बीआरएस नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस इस देश में दलितों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करती है।क्षेत्र में बीड़ी श्रमिकों की बड़ी संख्या होने के मद्देनजर राव ने कहा कि बीआरएस के दोबारा सत्ता में आने के बाद नए सदस्यों को भी पेंशन मिलेगी।उन्होंने कहा कि तेलंगाना एक कृषि प्रधान राज्य है, इसलिए बीआरएस सरकार ने कृषि क्षेत्र को स्थिर करने का फैसला किया और ‘‘रायथु बंधु’’ योजना को लागू किया।केसीआर ने आरोप लगाया कि केंद्र ने राज्य को कृषि पंपसेटों के लिए मीटर लगाने के लिए कहा था, लेकिन उनकी सरकार ने केंद्र से प्रति वर्ष 5,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता के नुकसान के बावजूद इसे लागू नहीं किया।उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि सामाजिक पेंशन के तहत राशि में धीरे-धीरे वृद्धि की जाएगी।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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