नयी दिल्ली, दिल्ली में पिछले सात दिनों में डेंगू के 300 से अधिक मामले सामने आए हैं जबकि राष्ट्रीय राजधानी में मच्छर-जनित बीमारियां भले ही धीमी रफ्तार से लेकिन लगातार बढ़ रही हैं। यह जानकारी आधिकारिक आंकड़े से प्राप्त हुई है। पिछले साल की तुलना में अभी तक सामने आये मलेरिया के मामले काफी अधिक हैं। दिल्ली में इस महीने तक मलेरिया के 363 मामले सामने आ चुके हैं जबकि 2023 में इसी अवधि के दौरान यह आंकड़ा 294 था। पिछले साल मलेरिया के कुल 426 मामले थे। मलेरिया के सबसे ज्यादा मामले पश्चिमी दिल्ली क्षेत्र से सामने आए हैं। चिकनगुनिया के अब तक 43 मामले सामने आए हैं। यह पिछले साल के मुकाबले लगभग दोगुना है उस वक्त यह आंकड़ा 23 था। पिछले साल इस वायरस के कुल 65 मामले सामने आए थे। इस साल चिकनगुनिया के सबसे ज्यादा मामले दक्षिण दिल्ली जोन से सामने आए हैं। ‘पीटीआई’ ने खबर दी थी कि पिछले सप्ताह दिल्ली में सात दिनों में डेंगू के लगभग 250 मामले सामने आये। अब तक दिल्ली में डेंगू के कुल 1 229 मामले सामने आए हैं जिसमें लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में 54-वर्षीय एक व्यक्ति की मौत शामिल है अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि की थी। दिल्ली नगर निगम के 21 सितंबर तक के आंकड़े के अनुसार दिल्ली में इस महीने डेंगू के 651 मामले सामने आए हैं। पिछले महीने दिल्ली में डेंगू के कुल 256 मामले सामने आए थे। अगस्त से मामलों की संख्या तीन अंकों में हो गई है। हालांकि ये संख्या पिछले साल समग्र रूप से और महीने दर महीने के आधार पर दर्ज किए गए मामलों की संख्या से तुलनात्मक रूप से कम है। पिछले साल दिल्ली में इसी महीने तक डेंगू के 3 013 मामले सामने आए थे जो 2022 के 525 से कई गुना अधिक थे। पिछले वर्ष दिल्ली में पूरे साल में कुल 9 266 मामले सामने आए थे जबकि डेंगू से 19 मौतें हुई थीं। अकेले सितंबर में यह आंकड़ा 2023 में 2 141 मामलों पर पहुंच गया था। इस साल सबसे ज्यादा मामले नजफगढ़ जोन से 180 दर्ज किए गए हैं। एक हफ्ते में इस इलाके में 45 मामले सामने आए हैं जो दक्षिण जोन को छोड़कर सभी जोन में सबसे ज्यादा है जहां इस हफ्ते समान संख्या में मामले सामने आए। आंकड़े के अनुसार नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) दिल्ली कैंट और रेलवे जैसी अन्य एजेंसियों द्वारा शासित गैर-एमसीडी क्षेत्रों में डेंगू के कुल 312 मामले सामने आए। इस आंकड़े में वे मरीज शामिल नहीं हैं जिन्हें संक्रमण तो हुआ लेकिन वे दिल्ली के निवासी नहीं हैं अथवा जिन्होंने अधूरा या गलत पता दिया और उस पते पर मरीज नहीं मिला। निकाय अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी इस साल डेंगू के मामलों की संख्या कम रखने में सक्षम रही है क्योंकि मच्छर-जनित बीमारियों से निपटने के लिए बहुआयामी प्रयास किये गये जिनमें घर-घर जाकर निरीक्षण करना नियमित कीटनाशक का छिड़काव करना और जन जागरूकता अभियान शामिल हैं। आंकड़ों के अनुसार मच्छर नियंत्रण कानूनों को लागू करने के लिए एमसीडी ने 1.14 लाख से अधिक कानूनी नोटिस जारी किए हैं और उन लोगों के 39 338 चालान काटे हैं जिन्होंने अपनी संपत्तियों में मच्छरों को पनपने दिया। आंकड़े के अनुसार बार-बार उल्लंघन करने वालों पर 24.82 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है और नियमों का पालन नहीं करने वाले 9 241 लोगों के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज की गई है। नगर निगम दशहरा और दुर्गा पूजा जैसे प्रमुख आगामी सार्वजनिक आयोजनों में फॉगिंग अभियान बढ़ाने और वायरस की संक्रामकता को रोकने के लिए क्षेत्रों में निरीक्षण और लार्वा-रोधी उपायों को बढ़ाने की भी योजना बना रहा है।क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडियाफोटो क्रेडिट : Wikimedia common