दिल्ली नगर निगम खरीदेगा ड्रोन, लार्वा रोकथाम गतिविधियों में भी इस्तेमाल होगा

नयी दिल्ली, दिल्ली नगर निगम ड्रोन खरीदने के लिए जल्द ही निविदा जारी करेगा और इनका इस्तेमाल मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए प्रमुख नालों तथा दूर-दराज के इलाकों में निगरानी के लिए किया जाएगा। साथ ही दवा के छिड़काव के लिए भी इनका उपयोग किया जाएगा।

            दिल्ली में डेंगू के मामले बढ़ने के बीच यह कदम उठाया गया है।  नगर निगम की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 28 जुलाई तक डेंगू के 243 मामले आ चुके हैं। नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘हमारी योजना के अनुसार हम निगरानी और लार्वा रोधी स्प्रे गतिविधि के लिए ड्रोन खरीदेंगे। इसके लिए जल्द ही निविदा जारी की जाएगी और डेढ़ महीने के भीतर परियोजना जमीन पर आ जाएगी।’’

            उन्होंने बताया कि ड्रोन का इस्तेमाल प्रमुख नालों पर लार्विसाइड का छिड़काव करने के साथ-साथ छतों आदि पर मच्छरों के लार्वा के पनपने की जांच के लिए भी किया जाएगा। डेंगू से निपटने के लिए एक व्यापक योजना के हिस्से के रूप में इस साल ड्रोन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-आधारित मंच का उपयोग किया जाएगा, जिसकी मदद से सितंबर में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाली दिल्ली के स्मारक स्थलों, होटल और बाजारों में फ्यूमिगेशन (धूम्रीकरण) पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

             भारत ने एक दिसंबर को जी-20 की सालभर की अध्यक्षता संभाली थी। शिखर सम्मेलन यहां प्रगति मैदान में नवनिर्मित भारत मंडपम सम्मेलन परिसर में होगा।

             नगर निगम ने बताया कि मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए जलाशयों में लार्वाभक्षी मछलियां छोड़ी जाएंगी। साथ ही राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के आदेशों को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण अनुकूल तरीके से फॉगिंग की जाएगी।  दिल्ली नगर निगम की रिपोर्ट में सोमवार को कहा गया है कि एक जनवरी से 28 जुलाई की अवधि में मलेरिया के 72 मामले दर्ज किए गए। वहीं, जुलाई में अब तक डेंगू के 121 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि जून में 40 और मई में 23 मामले आए थे।  पिछले साल इस अवधि (1 जनवरी-28 जुलाई) के दौरान डेंगू के 169 मामले थे, जबकि 2021 में 52, 2020 में 31, 2019 में 40 और 2018 में 56 मामले दर्ज किए गए थे।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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