देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनायी गई दिवाली

नयी दिल्ली, देशभर में लोगों ने रविवार को धूमधाम से दिवाली मनाई और घरों को मिट्टी के दीयों और रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया। पिछले वर्षों की तुलना में अपेक्षाकृत बेहतर वायु गुणवत्ता ने दिल्ली में जश्न मनाने वालों को काफी राहत दी।
दिवाली के दिन रविवार को राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता आठ साल में सबसे बेहतर दर्ज की गई। हालांकि, पटाखे जलाने और रात में तापमान कम रहने से प्रदूषण के स्तर में वृद्धि हो सकती है।
दिल्लीवासियों की सुबह साफ आसमान और खिली धूप के साथ शुरू हुई और शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे 218 रहा, जो बीते कम से कम तीन सप्ताह में सबसे अच्छा रहा।
दिवाली सबसे लोकप्रिय हिंदू त्योहारों में से एक है। माना जाता है कि इसी दिन भगवान राम अपने 14 साल के वनवास के दौरान रावण को हराने के बाद अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटे थे और इसे बुराई पर अच्छाई की जीत के उत्सव के रूप में देखा जाता है।
दिवाली के मौके पर लोगों ने नये कपड़े पहनकर मिठाइयों और उपहारों का आदान-प्रदान किया। मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। देश भर में दिवाली के दौरान बड़े पैमाने पर किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
हालांकि, उत्तर प्रदेश के मथुरा शहर के गोपालबाग में पटाखा बाजार की कुछ दुकानों में रविवार को आग लगने से एक फायरमैन सहित नौ लोग घायल हो गए।
पुलिस सूत्रों ने बताया, ‘‘गोपालबाग इलाके में पटाखे की सात दुकानों में आग लग गई। इस घटना में नौ लोग झुलसकर घायल हो गए। ऐसा लगता है कि आग बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण लगी।’’
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और उम्मीद जताई कि यह त्योहार खुशहाली लाएगा।
सैनिकों के साथ दिवाली मनाने की परंपरा को बरकरार रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को हिमाचल प्रदेश के लेप्चा में सुरक्षाबलों के साथ दिवाली मनाई और उनके अटूट साहस की सराहना करते हुए कहा कि जब तक देश की सीमाओं पर बहादुर जवान खड़े हैं, तब तक भारत सुरक्षित है।
उन्होंने कहा कि देश से बढ़ती वैश्विक अपेक्षा के समय शांति बनाए रखने और भारत की सीमाओं को सुरक्षित रखने में सुरक्षा बलों की बड़ी भूमिका है।
मोदी ने कहा कि भारत रक्षा क्षेत्र में तेजी से एक बड़ी वैश्विक ताकत के रूप में उभर रहा है और इसके सुरक्षा बलों की क्षमताएं लगातार बढ़ रही हैं।
प्रधानमंत्री ने सीमा के पास तैनात सुरक्षाकर्मियों के साथ दिवाली मनाने के बाद जवानों को संबोधित किया।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की वर्दी पहने मोदी ने कहा, ‘‘ऐसे महत्वपूर्ण समय में यह जरूरी है कि भारत की सीमाएं सुरक्षित रहें और देश में शांति का माहौल रहे और इसमें आपकी बड़ी भूमिका है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत तब तक सुरक्षित है, जब तक मेरे बहादुर जवान हिमालय की तरह सीमाओं पर खड़े हैं।’’
भारतीय थलसेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर रविवार को दिवाली के अवसर पर अपने पाकिस्तानी समकक्षों के साथ मिठाइयों का आदान-प्रदान किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि हालांकि, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दोनों पक्षों के बीच मिठाइयों के आदान-प्रदान के दौरान पिछले वर्षों जैसा उत्साह देखने को नहीं मिला। हाल में पाकिस्तान की तरफ से संघर्षविराम का उल्लंघन करने की घटनाएं इसके लिए जिम्मेदार रहीं, जिसमें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान शहीद हो गया था।
पाकिस्तान की कराची जेल से रिहा हुए 80 मछुआरे रविवार को ट्रेन से गुजरात के वडोदरा पहुंचे। एक अधिकारी के मुताबिक, वडोदरा से इन मछुआरों को दिवाली पर अपने परिवारों से मिलाने के लिए बस द्वारा राज्य के गिर सोमनाथ जिले के वेरावल ले जाया गया।
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिवाली पर शहर के लोगों के लिए सुख और समृद्धि की कामना की।
दिल्लीवासियों की सुबह साफ आसमान और खिली धूप के साथ हुई और शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे 218 रहा, जो बीते कम से कम तीन सप्ताह में सबसे अच्छा है।
एक्यूआई शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 450 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है। एक्यूआई के 450 से ऊपर हो जाने पर इसे ‘अति गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में पिछले साल दिवाली पर एक्यूआई 312, 2021 में 382, 2020 में 414, 2019 में 337, 2018 में 281, 2017 में 319 और 2016 में 431 दर्ज किया गया था।
शनिवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 220 था, जो पिछले आठ वर्षों में दिवाली से एक दिन पहले सबसे कम रहा था।
वहीं, अयोध्या में शनिवार को दीपोत्सव का नया कीर्तिमान बनाने के बाद रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने गोरखपुर में वनटांगिया गांवों के लोगों के साथ दीपावली मनाई और कहा कि सकारात्मक भाव से किया गया कोई भी संघर्ष कभी व्यर्थ नहीं जाता।
अयोध्या से रविवार सुबह गोरखपुर के वनटांगिया गांव तिकोनिया नंबर तीन में दीपावली मनाने पहुंचे योगी ने जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों के लिए 153 करोड़ रुपये की 52 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।
मुख्‍यमंत्री ने रविवार को अयोध्या में श्री हनुमानगढ़ी पहुंचकर दर्शन-पूजन किया। इसके बाद उन्‍होंने श्रीरामजन्मभूमि पहुंचकर भगवान रामलला के दर्शन किए और जनमानस के सुखी-स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
मुख्‍यमंत्री योगी ने रविवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्‍ट किया, ‘‘असत्य पर सत्य, अत्याचार पर सदाचार, अंधकार पर प्रकाश की विजय के महापर्व दीपावली की प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं! प्रभु श्रीराम और माता जानकी की कृपा से यह पावन पर्व आप सभी के जीवन को सुख, समृद्धि, सौभाग्य एवं आरोग्यता के धवल प्रकाश से भर दे। जय श्री राम।’’
गोवा के लोगों ने रविवार को दिवाली उत्सव पर ‘नरकासुर’ के विशाल पुतले जलाए। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे इस पर्व को मनाने के लिए स्थानीय उत्पाद खरीदें।
गोवा में नरकासुर के पुतले बनाने और उन्हें दिवाली पर जलाने की पुरानी परंपरा है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
राज्य में ‘नरकासुर वध’(राक्षस का वध) प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं।
पणजी के एक इतिहासकार संजीव सरदेसाई ने कहा, ‘‘यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। भगवान कृष्ण की पोशाक पहने एक कलाकार सुबह के समय नरकासुर वध का प्रदर्शन करता है। हम इस तरह दिवाली मनाते हैं।’’
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को रोशनी के त्योहार दिवाली और ‘बंदी छोड़ दिवस’ पर लोगों को शुभकामनाएं दीं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी दिवाली के शुभ अवसर पर लोगों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं।
एक संदेश में मान ने लोगों से दिवाली और ‘बंदी छोड़ दिवस’ के त्योहारों को पर्यावरण-अनुकूल तरीके से मनाने की अपील की।
उन्होंने कहा कि सदियों से लोग पूरी श्रद्धा और धार्मिक उत्साह के साथ दिवाली मनाते रहे हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि यह त्योहार बुराई पर अच्छाई, अंधेरे पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है और सकारात्मकता की ओर बढ़ने की याद दिलाता है।
उन्होंने लोगों से प्रदूषण मुक्त उत्सव को बढ़ावा देते हुए पर्यावरण अनुकूल तरीके से त्योहार मनाने का आग्रह किया।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को शिमला के बालिका आश्रम टूटीकांडी में बच्चों के साथ दीपावली मनाई और उनके बीच मिठाइयां, फल और पटाखे भी बांटे।
दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में 15 दिन इलाज कराने के बाद सुक्खू शनिवार को शिमला लौटे थे।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा राज्य सरकार ने कानून बनाकर अनाथ बच्चों को ‘राज्य के बच्चे’ का दर्जा दिया है।
पंजाब और हरियाणा में बड़ी संख्या में लोगों ने हर्षोल्लास और उत्साह के साथ दिवाली मनाई। प्रकाश के त्योहार पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए दोनों राज्यों और चंडीगढ़ में मंदिरों और गुरुद्वारों के सामने श्रद्धालुओं की कतारें लगी रहीं।
झारखंड में लोगों को पटाखे फोड़ने के लिए रात आठ बजे से 10 बजे तक दो घंटे का समय दिया गया। अधिकारियों के मुताबिक, गुरुपर्व, छठ, क्रिसमस और नए साल पर भी इसी तरह दो घंटे की छूट दी जाएगी, लेकिन समय अलग-अलग होगा।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने रविवार को राज्य के लोगों से अपील की कि आग लगने की घटनाओं से बचने और प्रदूषण रहित दिवाली मनाने के लिए केवल हरित पटाखों का उपयोग करें क्योंकि प्रदूषण सांस और हृदय की बीमारियों से ग्रस्त मरीजों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है।
दीपावली के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि यह पर्व अज्ञानता के अंधेरे से ज्ञान के प्रकाश तक की यात्रा का प्रतीक है।
दिवाली के मौके पर जहां पूरे देश में पटाखों की गूंज सुनाई दे रही है, वहीं तमिलनाडु के इरोड जिले के सात गांवों में इस त्योहार को सिर्फ रोशनी के साथ मनाया गया और नजदीकी पक्षी अभयारण्य में पक्षियों के संरक्षण के मद्देनजर पटाखे नहीं फोड़े गए।
ये गांव इरोड से 10 किलोमीटर दूर वदामुगम वेल्लोड के आसपास स्थित हैं, जहां पक्षी अभयारण्य है।
इस वर्ष भी, सेलप्पमपलयम, वदामुगम वेल्लोड, सेम्मांडमपालयम, करुक्कनकट्टू वलासु, पुंगमपाडी और दो अन्य गांवों ने ‘शांत’ दीपावली की सम्मानजनक परंपरा को बरकरार रखा। वे पिछले 22 वर्षों से दिवाली पर पटाखे नहीं फोड़कर इस संरक्षण दृष्टिकोण का पालन कर रहे हैं।
पक्षियों की हजारों स्थानीय प्रजातियां और अन्य क्षेत्रों से प्रवासी पक्षी अक्टूबर और जनवरी के बीच अंडे देने और उन्हें सेने के लिए अभयारण्य में आते हैं।
जम्मू-कश्मीर में रविवार को स्थानीय हिंदू आबादी और सुरक्षा बलों द्वारा हर्षोल्लास के साथ दिवाली मनाई गई और दीपोत्सव का जश्न मनाने के लिए कई मंदिरों और लोकप्रिय स्थलों को रोशनी से सजाया गया।
अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर शहर और घाटी में अन्य जगहों पर सभी प्रमुख मंदिरों को दिवाली मनाने के लिए रोशनी से सजाया गया था।
उन्होंने बताया कि रोशनी के त्योहार को चिह्नित करने के लिए पुलों और इमारतों तथा पोलो व्यू मार्केट और झेलम बांध जैसे अन्य स्थलों को भी फ्लोरोसेंट रोशनी से जगमगाया गया।
पर्यटक और स्थानीय लोग भी जश्न मनाने के लिए शहर के प्रतिष्ठित घंटाघर पर एकत्र हुए। हिंदू ने श्रद्धालुओं ने पारंपरिक मिट्टी के दीयों से सजाए गए मंदिरों का दौरा किया, जबकि सुरक्षा बलों द्वारा भी अपने शिविरों के अंदर त्योहार मनाने की खबरें कश्मीर घाटी से प्राप्त हुईं।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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