देश विरोधी ताकतें भाई-भाई को आपस में लड़ाकर और जजों को डराकर देश को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं : केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सीबीआई द्वारा उनकी गिरफ्तारी को चुनौती देने वाले मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद तिहाड़ जेल से बाहर आए। पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पंजाब के सीएम भगवंत मान, सांसद संजय सिंह और डॉ. संदीप पाठक, मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज समेत आप के प्रमुख नेता और आप के कार्यकर्ता और समर्थक तिहाड़ जेल से बाहर निकलते ही केजरीवाल का स्वागत करने पहुंचे। जेल से बाहर आने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने सबसे पहले भगवान का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि मैं उन लाखों लोगों का भी शुक्रिया अदा करता हूं जिन्होंने मेरे लिए दुआ मांगी, प्रार्थना की, दुआएं मांगी मेरे जीवन का हर पल और मेरे खून की हर बूंद इस देश के लिए समर्पित है।अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि मैंने जीवन में बहुत संघर्ष किया है और बहुत सारी परेशानियों का सामना किया है। लेकिन भगवान ने हर कदम पर मेरा साथ दिया, क्योंकि मैं सच्चा और सही था। इन लोगों ने मुझे जेल में डाल दिया। उन्हें लगता था कि अगर केजरीवाल को जेल में डाल दिया गया तो उसका हौसला टूट जाएगा, लेकिन आज मैं जेल से बाहर आ गया हूं और मेरा हौसला सौ गुना बढ़ गया है। मेरी ताकत सौ गुना बढ़ गई है। इस जेल की मोटी दीवारें और सलाखें केजरीवाल के हौसले को कमजोर नहीं कर सकतीं। केजरीवाल ने चंदगी राम अखाड़े से अपने आवास तक रोड शो किया। दिल्ली और देश की जनता का शुक्रिया अदा करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज देश नाजुक दौर से गुजर रहा है। केजरीवाल महत्वपूर्ण नहीं है, देश महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “देश में कुछ देश विरोधी ताकतें देश को अंदर से कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं। वे देश को बांटने और लोगों को आपस में लड़ाने की कोशिश कर रही हैं। देश की न्यायपालिका को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है, जजों को धमकाया जा रहा है और चुनाव आयोग को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। ईडी और सीबीआई पर कब्जा किया जा रहा है। हमें इन देश विरोधी ताकतों से लड़ना है।” दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा दोष यह नहीं है कि मैंने कोई भ्रष्टाचार किया, बल्कि मेरा दोष यह है कि मैंने इन देश विरोधी ताकतों के खिलाफ आवाज उठाई। इसलिए मुझे जेल भेजा गया। लेकिन मैं हमेशा इन ताकतों के खिलाफ लड़ता रहा हूं और आगे भी लड़ता रहूंगा। इन लोगों को लगता था कि मुझे जेल में डालकर वे मेरी हिम्मत तोड़ देंगे। लेकिन जेल की दीवारों ने मेरी हिम्मत सौ गुना बढ़ा दी है। जेल की दीवारें और सलाखें केजरीवाल की हिम्मत को कमजोर नहीं कर सकतीं। मेरा जीवन देश के लिए समर्पित है, मेरे जीवन का हर पल, मेरे खून और शरीर का हर कतरा देश के लिए समर्पित है। जब वह घर पहुंचे तो उनकी मां ने आरती उतारकर उनका स्वागत किया।Photo : Wikimedia

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