निर्दलीय सांसद सुमलता अम्बरीश ने भाजपा में शामिल होने की घोषणा की

मांड्या (कर्नाटक)  लोकसभा की मांड्या सीट से निर्दलीय सांसद सुमलता अम्बरीश ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की घोषणा की।          इसी के साथ उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में मांड्या से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के मौजूदा प्रत्याशी और जनता दल (सेक्युलर) नेता एच डी कुमारस्वामी को अपना समर्थन दिया।     

अभिनय जगत से राजनीति में आईं 60 वर्षीय सुमलता ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा  ‘‘मैं मांड्या नहीं छोड़ूंगी और आप आने वाले दिनों में मुझे यहां काम करते हुए देखेंगे। मैंने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है।’’             

सुमलता ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के समर्थन से मांड्या सीट पर कुमारस्वामी के बेटे निखिल को हराया था।  

पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा की अध्यक्षता वाली जद (एस) पिछले साल सितंबर में राजग में शामिल हुई थी।        कर्नाटक में सीट बंटवारा समझौते के तहत भाजपा अब राज्य में 25 सीट पर चुनाव लड़ेगी जबकि जद(एस) मांड्या सहित शेष तीन सीट पर अपने प्रत्याशी उतारेगी।             

सुमलता ने कहा कि वह निर्दलीय सांसद थीं  इसके बावजूद केंद्र की भाजपा सरकार ने मांड्या निर्वाचन क्षेत्र को चार हजार करोड़ रुपये का अनुदान दिया। सुमलता ने मांड्या से संबंधित कोई भी निर्णय लेने से पहले हमेशा उन्हें विश्वास में लेने के लिए भाजपा नेताओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहा  ‘‘जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुझसे कहा कि भाजपा को मेरी जरूरत है और मुझसे पार्टी न छोड़ने का अनुरोध किया  तो मुझे उनका सम्मान करना ही था।’’     सुमलता के मुताबिक भाजपा ने उन्हें किसी और सीट से चुनाव लड़ने की पेशकश की लेकिन उन्होंने प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया क्योंकि वह मांड्या की बहू होने के नाते इस जिले से जुड़े रहना चाहती हैं।              

उन्होंने कहा कि उनके समर्थक चाहते थे कि वह कांग्रेस में शामिल हो जाएं। उन्होंने कहा  ‘‘लेकिन कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी को उनकी जरूरत महसूस नहीं हुई  न तो पहले  न अभी और न ही भविष्य में। ऐसे में एक स्वाभिमानी व्यक्ति इन शब्दों को सुनकर कैसे कांग्रेस में जा सकता है।’’

सुमलता ने अपने भावुक भाषण में मांड्या के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के बारे में बताया क्योंकि उनके पति दिवंगत अंबरीश इसी जिले से थे और पांच साल तक किए गए कार्यों की जानकारी दी।           सुमलता के मुताबिक लोकसभा चुनाव बच्चों का खेल नहीं है और महिला के लिए निर्दलीय संसदीय चुनाव लड़ना और चुनौतीपूर्ण हो जाता है। उन्होंने कहा  ‘‘हालांकि  आपने (जनता ने) 2019 में अपना आशीर्वाद दिया और मुझे निर्दलीय सांसद बनाया।’’          

मांड्या से मौजूदा सांसद ने बाद में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया क्योंकि वह जिद पर अड़ी नहीं रहना चाहती थीं। उन्होंने कहा  ‘‘मैं चाहती हूं कि मांड्या में भाजपा आगे बढ़े।’  सुमलता ने कुमारस्वामी के लिए प्रचार करने के सवाल पर कहा ‘‘एक बार जब मैं भाजपा में शामिल हो जाऊंगी  तभी मैं पार्टी के दृष्टिकोण के अनुसार अपना रुख साझा कर सकती हूं।मांड्या की मौजूदा सांसद ने कहा कि उन्होंने भाजपा में शामिल होने के लिए कोई शर्त नहीं रखी है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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