मुंबई, अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने सिनेमा को सफल बनाने के लिए पर्दे के पीछे दिन-रात मेहनत करने वाले लोगों को भी पहचान मिलने और उनकी सराहना किए जाने की पुरजोर वकालत की है। ‘फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन’ की ओर से आयोजित एक समारोह को बुधवार की शाम संबोधित करते हुये शाह ने कहा, ‘‘उन्होंने हमारे लिए ,हमारे मनोरंजन के लिए अपना पूरा जीवन एक अंधेरे कमरे में बिता दिया,हमें उनकी सराहना करनी चाहिए।’’
तीन ‘प्रोजेक्शनिस्ट’ को सम्मानित करने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में शाह ने फिल्म जगत की उस ‘‘कड़वी सच्चाई’’ की ओर इशारा किया जहां अक्सर पर्दे के पीछे काम करने वालों की कोई पहचान नहीं है। प्रोजेक्शनिस्ट को आम बोलचाल में ऑपरेटर भी कहा जाता है और ये फिल्म के प्रोजेक्टर का संचालन करते हैं। प्रसिद्ध अभिनेता ने इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
‘फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन’ (एफएचएफ) ने प्रोजेक्शनिस्ट- लखन लाल यादव, पी ए सलाम और मोहम्मद असलम फाकिह को लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रदान किया । इसके साथ ही तीनों को 50-50 हजार रुपये भी दिए गए। ये तीनों क्रमश: रायपुर, पुणे और मुंबई से हैं ।
अभिनेता ने कहा, ‘‘उन्होंने हमारे लिये अपनी पूरी जिंदगी अंधेरे कमरे में बिता दी, ताकि हमारा मनोरंजन हो सके, हमें उनकी सराहना करनी चाहिये ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इनके काम को पहचान दिलाने के लिये मैं एफएचएफ के संस्थापक शिवेंद्र डुंगरपुर और उनकी टीम की सराहना करता हूं । मैं यहां एक दर्शक के तौर पर आया हूं । मैं इसबात के लिए आभारी हूं कि मैं उनसे मिल पाया, उनसे बातचीत कर पाया।’’