लाहौर, पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सुरक्षा चिंताओं के कारण 18 अक्टूबर तक उनके परिवार के सदस्यों वकीलों और पार्टी नेताओं से मिलने पर प्रतिबंध लगा दिया। यह प्रतिबंध खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) द्वारा कई शहरों में सरकार-विरोधी प्रदर्शन किये जाने के बीच लगाया गया है। पीटीआई के संस्थापक खान अगस्त 2023 से कई मामलों में रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं। गृहमंत्री मोहसिन नकवी ने पीटीआई पर 15 और 16 अक्टूबर को इस्लामाबाद में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन को बाधित करने के प्रयास का आरोप लगाया है और यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया है कि ये साजिशें नाकाम हों। पंजाब सरकार के एक अधिकारी ने बताया ‘‘पीटीआई के संस्थापक इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को रावलपिंडी की अदियाला जेल में अपने परिवार वकीलों और पार्टी नेताओं से 18 अक्टूबर तक मिलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार ने सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर यह फैसला लिया है। सूत्रों के अनुसार सरकार ने आगामी एससीओ शिखर सम्मेलन की प्रत्याशा में यह फैसला लिया है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने आरोप लगाया है कि शिखर सम्मेलन को विफल करने के लिए पीटीआई इस्लामाबाद में विरोध प्रदर्शन कर रही है। एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए सुरक्षा प्रदान करने के वास्ते पाकिस्तानी सेना को बुलाया गया है। इससे पहले सुरक्षा एजेंसियों ने पीटीआई संस्थापक की सहायता करने के आरोप में अदियाला जेल के छह कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था। इस बीच पीटीआई के एक प्रवक्ता ने कहा कि खान की कानूनी टीम अदालत में एक याचिका दायर करेगी जिसमें इमरान खान और बुशरा बीबी के साथ मुलाकात पर प्रतिबंध हटाने का अनुरोध किया जाएगा। पीटीआई समर्थक इस्लामाबाद लाहौर और रावलपिंडी सहित पाकिस्तान के कई हिस्सों में सरकार-विरोधी प्रदर्शन कर रहे हैं।