दुबई : बहरीन ने सोमवार को कहा कि उसने इस साल के शुरू में देश में राजनयिकों और विदेशियों पर हमला करने के लिए ईरान समर्थित आतंकवादियों की साजिश को नाकाम कर दिया।
इससे कुछ घंटे पहले सऊदी अरब के सरकारी चैनल और बहरीन के एक स्थानीय अखबार ने रविवार रात को अपनी खबरों में कहा था कि “यह साजिश नई है। “
गौरतलब है कि बहरीन और इजराइल ने कुछ दिन पहले ही रिश्ते सामान्य किए हैं।
इस देश में अमेरिका की नौसेना का पांचवां बेड़ा तैनात है।
संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने बहरीन के दावे को खारिज किया और कहा कि “ बिना सच्चाई वाले बेतुके और झूठे इल्जामों की कड़ी में यह एक और मिसाल है।“
मिशन के प्रवक्ता अली रज़ा मीर यूसुफी ने एपी से कहा कि ऐसा लगता है कि अमेरिका और क्षेत्र में उसके “ग्राहक राष्ट्रों“ द्वारा ईरान को कोसने की कोई सीमा नहीं है। वे फलस्तीन के लोगों तथा अपनी जनता से हाल में किए गए विश्वासघात से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं।
सऊदी अरब के सरकारी टीवी पर प्रसारित फुटेज में दिख रहा है कि पुलिस ने एक घर पर छापा मारा है। फुटेज में दिख रहा है कि छापेमारी में राइफल और विस्फोटक जब्त किए गए हैं।
सऊदी अरब के सरकारी टीवी ने कहा कि नौ आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है और माना जाता है कि नौ अन्य ईरान में हैं।
बहरीन के सरकार समर्थित समाचार पत्र “अखबार अल -खलीज“ ने गृह मंत्रालय के अधिकारियों के हवाले से खबर दी है कि कथित रूप से “विदेशी शिष्टमंडल“ को निशाना बनाने के लिए एक सड़क पर लगाए गए विस्फोटक के मिलने के बाद अधिकारियों ने साजिश का पर्दाफाश किया।
समाचार पत्र के मुताबिक, मंत्रालय ने ईरान की सेना पर आतंकवादियों का समर्थन करने का आरोप लगाया है। आतंकवादियों ने बहरीन के अधिकारियों के सुरक्षा गार्डों की हत्या की भी योजना बनाई थी।
यह स्पष्ट नहीं है कि सभी गिरफ्तारियां और कथित साजिश कब की है क्योंकि “अखबार अल-खलीज“ की खबर घटनाओं को 2017 की बता रही है।
समाचार पत्र ने आतंकवादियों का संबंध अल अश्तार ब्रिगेड से बताया है। यह शिया संगठन है जिसने बहरीन में कई विस्फोटों की जिम्मेदारी ली है।
बहरीन के गृह मंत्रालय ने बाद में सफाई देते हुए कहा कि यह मामले इस साल के शुरू के हैं और “नए नहीं हैं।’’
क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया