बांग्लादेशी घुसपैठियों पर नियंत्रण के लिए झारखंड में सबसे पहले लागू हो एनआरसी: भाजपा सांसद दुबे

नयी दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे ने झारखंड के जामताड़ा, गोड्डा और देवघर क्षेत्रों में ‘बांग्लादेशी घुसपैठियों के केंद्र’ बन जाने का आरोप लगाते हुए यहां राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) का एक केंद्र स्थापित करने और एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक पंजी) सबसे पहले इन क्षेत्रों में लागू करने की मांग केंद्र सरकार से की।

                दुबे ने शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में पिछले 20-25 साल में जनसांख्यिकी में बदलाव हुआ है।

                उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 20-25 साल से राजनीतिक स्थितियों के कारण एक ऐसा कॉरिडोर बन रहा है जो असम के लखीमपुर से बारपेटा और नोगांव होते हुए पश्चिम बंगाल के मालदा, मुर्शिदाबाद, (बिहार के) किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार

से होकर मेरे राज्य झारखंड में पाकुड़, साहिबगंज, गोड्डा, जामताड़ा और देवघर तक आता है जो बांग्लादेशी घुसपैठियों के बड़े केंद्र बन गए हैं। अलग-अलग समय पर वोट बैंक की राजनीति के कारण राजनीतिक दल इनकी मदद करते रहे हैं।’’ दुबे ने दावा किया कि झारखंड में पहले आदिवासियों की आबादी 36 प्रतिशत होती थी जो अब 26 प्रतिशत हो गई है क्योंकि बांग्लादेशी घुसपैठिये आदिवासी महिलाओं से शादी कर रहे हैं।

                उन्होंने दावा किया कि पूरे देश में परिसीमन हो गया लेकिन झारखंड में यह कवायद नहीं हुई है क्योंकि ‘‘आदिवासी जनसंख्या मुसलमानों के कारण घट गई और एक लोकसभा सीट और तीन विधानसभा सीट आरक्षण से बाहर हो जाएंगी, इसलिए परिसीमन नहीं हो पाया।’’

                दुबे ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘हम अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के उत्थान की बात करते हैं। लेकिन प्रत्येक राजनीतिक दल वोट बैंक की राजनीति के लिए बांग्लादेशी घुसपैठियों का समर्थन करता है।’’ उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी मुस्लिम आदिवासियों से शादी कर रहे हैं, इसलिए जनजातीय आबादी कम हो रही है इस पर रोक लगाई जानी चाहिए। दुबे ने कहा, ‘‘बांग्लादेशी घुसपैठिये हमारी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं, इस पर रोक लगाईए।’’

                उन्होंने कहा कि झारखंड के जामताड़ा, देवघर और गोड्डा साइबर अपराध के गढ़ बनते जा रहे हैं, इस ओर ध्यान देते हुए सरकार को यहां एनआईए का एक केंद्र स्थापित करना चाहिए और देश में सबसे पहले एनआरसी इन क्षेत्रों में लागू करनी चाहिए ताकि ‘‘हम बांग्लादेशी घुसपैठियों से अपना बचाव करें।’’

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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