नयी दिल्ली सरकार ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि 2032 तक देश की बिजली उत्पादन क्षमता में कुल 3 37 900 मेगावाट की वृद्धि होने का अनुमान है। इसमें तापीय बिजली उत्पादन क्षमता 80 000 मेगावाट और सौर ऊर्जा क्षमता का योगदान 1 43 980 मेगावाट होने की संभावना है।
बिजली राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मार्च 2014 में स्थापित क्षमता 2 48 554 मेगावाट थी जो जून 2024 तक बढ़कर 4 46 190 मेगावाट हो गई।
उन्होंने कहा कि पिछले दस साल में करीब 2 14 237 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ी है। मंत्री के अनुसार 2032 तक कुल क्षमता में 3 37 900 मेगावाट की वृद्धि होने का अनुमान है। नाइक ने कहा कि कुल अनुमानित क्षमता वृद्धि में 80 000 मेगावाट का योगदान तापीय बिजली की होगी। वहीं 1 43 980 मेगावाट सौर ऊर्जा और 23 340 मेगावाट पवन ऊर्जा की होगी। इसके साथ ही जल विद्युत 25 010 मेगावाट परमाणु 14 300 मेगावाट और पंप भंडारण संयंत्र (पीएसपी) क्षमता का योगदान 50 760 मेगावाट होगा।
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