बिजली मंत्री ने उद्योग से नवीन समाधानों पर काम करने का आग्रह किया

 नयी दिल्ली,  केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को उद्योग के हितधारकों से विकसित भारत की दिशा में देश की यात्रा को मजबूत करने के लिए अभिनव समाधान बनाने पर काम करने का आग्रह किया।  ग्रेटर नोएडा में उद्योग निकाय आईईईएमए द्वारा आयोजित ‘इलेक्रामा-2025’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि 2030 तक भारत का 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा का महत्वाकांक्षी लक्ष्य विभिन्न अवसर प्रदान करता है।

            मंत्री ने कहा कि देश को विकसित बनाने की दिशा में विद्युत क्षेत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि उद्योग जगत के हितधारकों को इस क्षेत्र को भारत का वृद्धि इंजन बनाने के लिए काम करना चाहिए।

            उन्होंने प्रतिभागियों को बताया  “भारत में बिजली का भविष्य अच्छा है… इस यात्रा में हमें अभिनव तरीके से उत्पादन बढ़ाने की जरूरत है… नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) का लाभ उठाने के लिए उन्नत बिजली इलेक्ट्रॉनिक्स  बेहतर ट्रांसफार्मर  बिजली कन्वर्टर्स  स्मार्ट ग्रिड समाधान विकसित करने की जरूरत है।”

             प्रतिभागियों में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि और निवेशक शामिल थे।मनोहर लाल ने कहा कि यह क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है और सरकार इसकी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए काम कर रही है।

             उन्होंने कहा कि उद्योग उच्च दक्षता वाले पारेषण  वितरण उपकरण जीआईएस सब स्टेशन विकसित करने पर काम कर सकता है  जिससे ग्रिड का आधुनिकीकरण होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्सर्जन को कम करने के लिए ईवी चार्जिंग ढांचा समय की मांग है। मंत्री ने कहा कि ई-परिवहन एक बहुत बड़ा अवसर है।

             उन्होंने कहा कि बैटरी बदलने वाले स्टेशन  फास्ट चार्जर  वाहन-से-ग्रिड सिस्टम विकसित करने की आवश्यकता है। उद्योग को अभिनव समाधानों को बढ़ावा देने के लिए अनुसंधान और विकास पर काम करना चाहिए।    उन्होंने निवेशकों को हरसंभव सहायता का आश्वासन देते हुए कहा कि उद्योग को सरकारी योजनाओं और पहलों का लाभ उठाना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर उद्योग और सरकार मिलकर काम करें तो 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य आसानी से हासिल किया जा सकता है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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