बिहार पूर्वी भारत का औद्योगिक केंद्र बनेगा- शाहनवाज

पटना, उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने सोमवार को कहा कि बिहार पूर्वी भारत का औद्योगिक केंद्र बनेगा।

पटना में उद्योग मंडल सीआईआई के ईस्ट इंडिया सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाहनवाज ने कहा कि बिहार में पूर्वी भारत के औद्योगिक केंद्र बनने की पूरी संभावना हैं। उन्होंने कहा कि एथनॉल के बाद अब बिहार में कपड़ा उद्योग की स्थापना के लिए तैयारी तेज है ।

शाहनवाज ने कहा कि हमारा मुख्य ध्यान मजबूत औद्योगिक और निर्यात के लिए परिवेश बनाने पर है। कोविड काल में बिहार निवेशकों के लिए सबसे उपयुक्त केन्द्र के रूप में सामने आया है। हम इस चरण में 35,000 करोड़ का निवेश लाकर निवेश के मामले में अग्रणी राज्य हैं।

मंत्री ने कहा कि हम बिहार की रणनीतिक और सामरिक स्थिति को आर्थिक अवसर में बदलने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कोलकाता-अमृतसर माल गाड़ियों के लिये गलियारा बिहार से होकर गुजरेगा जिससे बंदरगाहों तक हमारी पहुंच आसान होगी और हमें किफायती कच्चा माल उपलब्ध होगा।

उन्होंने कहा कि हम भी नेपाल के एशियाड रोड से महज 25 किलोमीटर दूर हैं। ये सभी कारक निश्चित रूप से हमें नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, म्यांमा और भारत के पूर्वी राज्यों के बाजार तक पहुंचने में मदद करेंगे ताकि हमारे उत्पादों की व्यापक आर्थिक श्रृंखला का विपणन संभव हो सके।

उद्योग मंत्री ने कहा कि हमारे पास पहले ही 3300 एकड़ भूमि का भूमि बैंक है और पिछले 10 महीनों में हमने उद्योग और निवेशकों को 501 एकड़ भूमि आवंटित किये हैं। हम सभी औद्योगिक इकाइयों को जगदीशपुर हल्दिया गैस पाइपलाइन से जोड़ देंगे ताकि उन्हें किफायती ईंधन उपलब्ध कराया जा सके।

उन्होंने कहा कि अक्षय ऊर्जा में निवेश के प्रति बिहार सरकार की प्रतिबद्धता के तहत हमने अपनी खुद की एथनॉल नीति शुरू की है। अब तक हमें राज्य में एथनॉल उत्पादन के लिए 51 आवेदन प्राप्त हुए हैं।

शाहनवाज ने कहा कि बिहार पानी की उपलब्धता, 24 घंटे बिजली की आपूर्ति, मजबूत बुनियादी ढांचे और मानव संसाधन के मामले में आगे है जो निश्चित रूप से दुनिया भर में निवेशकों को आकर्षित कर रहा है।

इससे पूर्व ‘सीआईआई बिहार स्टेट काउंसिल’ के चेयरमैन नरेंद्र कुमार ने अपने स्वागत भाषण के दौरान कहा कि यह समिट एक डिजिटल उद्यम होने जा रहा है और दुनिया भर से व्यापक दर्शकों और प्रतिभागियों को एक साथ लाएगा।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Getty Images

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