नयी दिल्ली, प्रारंभ में ‘एक देश एक चुनाव’ का समर्थन कर चुके बीजू जनता दल (बीजद) ने इस प्रस्ताव पर किसी हड़बड़ी के विरूद्ध बृहस्पतिवार को चेताया और इस कदम की गहराई से विधायी जांच की मांग की।
बीजद सांसद सष्मित पात्रा ने ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा कि लोकसभा विधानसभाओं और स्थानीय निकायों के चुनाव एक साथ कराने की पहल पर आगे बढ़ने से पहले कई महत्वपूर्ण मुद्दों को स्पष्ट किया जाना चाहिए। पात्रा ने कहा ‘‘पार्टी (बीजू जनता दल) ने प्रारंभ में एक देश एक चुनाव के विचार का समर्थन किया था लेकिन इसकी रूपरेखा विचार और बारीकियों को लेकर हमारी चिंता है।’’
उनके इस बयान से पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को ‘एक देश एक चुनाव’ के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अगुवाई वाली एक उच्च स्तरीय समिति ने इसकी सिफारिश की है।
पात्रा ने गहन जांच की आवश्यकता पर बल दिया तथा बिना समुचित विचार किए प्रस्ताव को जल्दबाजी में पारित करने के प्रति आगाह किया। उन्होंने कहा ‘‘मैं आशा करता हूं कि केंद्र ‘एक देश एक चुनाव’ पर जल्दबाजी नहीं करेगा जैसा उसने कृषि कानूनों में किया था। अन्यथा उसे कटुता एवं विरोध का सामना करना पड़ेगा।’’ उन्होंने न केवल राजनीतिक दलों बल्कि प्रबुद्ध समाज एवं मीडिया के साथ इस पर खुली चर्चा की मांग की। पात्रा ने कहा ‘‘लेकिन यदि आप इसे लाना ही चाहते हैं तो इसे विधायी जांच के साथ कीजिए। स्थायी समितियां हैं उन्हें इन कानूनों को सदन से पारित किये जाने से पूर्व परखने दीजिए ।’’
क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common