ब्लिंकन का पश्चिम एशिया का दौरा संपन्न, कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया

अंकारा, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने गाजा में नागरिकों की स्थिति में सुधार लाने के मद्देनजर क्षेत्रीय सहमति बनाने के अपने प्रयासों में बिना किसी ठोस परिणाम के सोमवार को तुर्किये में अपना दौरा संपन्न किया। अपने प्रयासों के तहत ब्लिंकन ने पश्चिम एशिया में कई देशों के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। ब्लिंकन ने तुर्किये की राजधानी अंकारा में विदेश मंत्री हकान फिदान से मुलाकात के बाद अपना दौरा समाप्त किया। इससे पहले ब्लिंकन ने सप्ताहांत में इजराइल से जॉर्डन, वेस्ट बैंक, साइप्रस और इराक की यात्रा कर गाजा में जारी इजराइल के सैन्य अभियान के लिए ‘‘मानवीय आधार पर संघर्षविराम’’ के लिए बाइडन प्रशासन के प्रस्ताव के वास्ते समर्थन मांगा। अंकारा में बैठक के बाद ब्लिंकन और फिदान ने एक-दूसरे के साथ तस्वीर खिंचवाई, लेकिन दोनों नेताओं ने कोई बयान नहीं दिया। माना जा रहा है कि ब्लिंकन का तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन से मुलाकात का कार्यक्रम नहीं है। एर्दोआन ने हाल में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की कड़े शब्दों में आलोचना की थी। विदेश मंत्रालय के बाहर एक इस्लामी समूह के दर्जनों प्रदर्शनकारियों ने उस समय तुर्किये और फलस्तीनी झंडे लेकर विरोध प्रदर्शन किया, जब ब्लिंकन और फिदान के बीच बैठक जारी थी। प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका और इजराइल के खिलाफ नारेबाजी की। इस बीच, इजराइल ने गाजा में अपनी सैन्य कार्रवाई तेज कर दी है। इजराइली सैनिकों के सोमवार या मंगलवार को शहर में प्रवेश करने की संभावना है, जिससे सुरंगों के विशाल नेटवर्क का उपयोग करने वाले हमास के आतंकवादियों से उनका सामना होने की संभावना है। इजराइली हमले में गाजा में आम नागरिकों की बढ़ती संख्या के बीच अरब एवं मुस्लिम देशों ने तत्काल संघर्षविराम का आह्वान किया है, जिसे इजराइल ने नकार दिया है। इससे पहले, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रविवार को वेस्ट बैंक में फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास को आश्वस्त करने की कोशिश की कि अमेरिकी प्रशासन गाजा के नागरिकों की स्थिति में सुधार लाने के प्रयास तेज कर रहा है और उन्होंने जोर दिया कि संघर्ष के बाद क्षेत्र में जो भी होगा, उसमें फलस्तीनियों की मुख्य भूमिका होनी चाहिए। बाद में ब्लिंकन इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी के साथ बातचीत करने के लिए बगदाद रवाना हुए। इराक और अन्य स्थानों पर ईरान समर्थित मिलिशिया के क्षेत्र में अमेरिकी बलों पर हमले बढ़ रहे हैं। बगदाद से ब्लिंकन तुर्किये रवाना हुए थे। बिना किसी पूर्व घोषणा के ब्लिंकन ने कड़ी सुरक्षा के बीच बख्तरबंद वाहनों से रामल्ला की यात्रा की। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा के नागरिकों तक मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए युद्धविराम के अमेरिकी प्रस्ताव पर विचार करने से इनकार कर दिया है। ब्लिंकन ने रविवार को पत्रकारों से इस मामले पर कहा, ‘‘यह एक प्रक्रिया है। इजराइल ने कुछ महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं कि मानवीय संघर्षविराम कैसे काम करेगा। हमें उन सवालों का जवाब देना होगा जिसमें यह भी शामिल है कि संघर्षविराम से हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों पर क्या असर पड़ेगा। हम उस पर काम कर रहे हैं।’’ ब्लिंकन ने वेस्ट बैंक में अब्बास से ऐसे वक्त में मुलाकात की जब उसी दिन इजराइली विमानों ने गाजा में दो शरणार्थी शिविरों पर बमबारी की जिसमें कम से कम 53 लोगों की मौत हो गयी। रामल्ला में ब्लिंकन के आने की खबर फैलने के बाद बड़ी संख्या में फलस्तीनियों ने इजराइल युद्ध को अमेरिका द्वारा दिए जा रहे समर्थन के विरोध में प्रदर्शन किए। कैमरों के सामने एक-दूसरे का अभिवादन करते समय न तो ब्लिंकन और न ही अब्बास ने कुछ बोला और उनकी बैठक के बाद कोई सार्वजनिक बयान जारी नहीं किया गया। ब्लिंकन ने बगदाद में कहा कि फलस्तीनी प्राधिकरण ‘‘वेस्ट बैंक में स्थिरता बनाए रखने की कोशिश में वहां बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह काफी अहम है क्योंकि कोई भी वेस्ट बैंक या कहीं अन्य कोई संघर्ष नहीं चाहता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी इस पर सहमत हुए कि गाजा, वेस्ट बैंक और ‘‘आखिरकार’’ फलस्तीन के भविष्य को आकार देने में ‘‘फलस्तीनी आवाज को केंद्र में होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि फलस्तीनी प्राधिकरण उन आवाजों का प्रतिनिधित्व करता है इसलिए ‘‘यह महत्वपूर्ण है कि वह एक अग्रणी भूमिका निभाएं।’’ फलस्तीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘वफा’ के अनुसार, अब्बास ने कहा कि फलस्तीन प्राधिकरण इजराइल-फलस्तीन संघर्ष के ‘‘व्यापक राजनीतिक समाधान’’ के तौर पर ही गाजा में सत्ता संभालेगा। उन्होंने गाजा में इजराइल की बमबारी को ‘‘नरसंहार’’ बताया और ब्लिंकन से ‘‘उन्हें (इजराइल) ऐसे अपराध करने से तत्काल रोकने’’ का अनुरोध किया। बगदाद में ब्लिंकन ने अमेरिकी बलों की सुरक्षा को लेकर बातचीत की। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने स्पष्ट कर दिया है कि ईरान समर्थित मिलिशिया के हमले, धमकियां पूरी तरह अस्वीकार्य है और हम अमेरिकी कर्मियों की रक्षा के लिए हरसंभव आवश्यक कदम उठाएंगे।’’ क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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