नयी दिल्ली, जटिल हृदय रोग से पीड़ित एक मादा श्वान की यहां एक अस्पताल में न्यूनतम चीरे वाली हृदय सर्जरी सफलतापूर्वक की गई। पशु चिकित्सकों का दावा है कि यह भारतीय उपमहाद्वीप में निजी चिकित्सकों द्वारा की गई पहली ऐसी प्रक्रिया है।
दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित मैक्स पेट्ज अस्पताल में छोटे जानवरों के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. भानुदेव शर्मा ने रविवार को बताया कि सात-वर्षीया बीगल जूलियट पिछले दो वर्षों से ‘माइट्रल वाल्व’ रोग से पीड़ित थी।
सर्जरी विशेषज्ञों ने 30 मई को एक ‘वाल्व क्लैंप’ का उपयोग करके ‘ट्रांसकैथेटर एज-टू-एज रिपेयर’ (टीईईआर) प्रक्रिया की।
शर्मा ने कहा ‘‘इसे हाइब्रिड सर्जरी कहा जाता है क्योंकि यह एक सूक्ष्म सर्जरी और ‘इंटरवेंशनल’ प्रक्रिया का संयोजन है। इस प्रक्रिया के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि यह न्यूनतम चीरे वाली होती है और ‘ओपन हार्ट सर्जरी’ की तरह नहीं है जिसके लिए हृदय फेफड़े की बाईपास मशीन की आवश्यकता होती है।
सर्जरी के दो दिन बाद ही जूलियट को स्थिर चिकित्सीय स्थिति में छुट्टी दे दी गई।
शर्मा के अनुसार ‘माइट्रल वाल्व’ रोग भारत के साथ-साथ दुनिया के बाकी हिस्सों में कुत्तों में सबसे आम हृदय रोग है और यह भारत तथा दुनिया भर में कुत्तों में होने वाले सभी हृदय रोगों का 80 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि यह बीमारी कुत्तों की मौत के प्रमुख कारणों में से एक है।
पशु चिकित्सालय के अनुसार शर्मा की टीम एशिया से पहली और दुनिया भर में निजी चिकित्सकों के बीच दूसरी ऐसी टीम है जिसने इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक किया है।
क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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