भारतीय नौसेना के लिए मेसर्स एलएंडटी शिपयार्ड द्वारा निर्मित दो बहुउद्देश्यीय जहाजों में से दूसरे का शुभारंभ 13 जनवरी 25 को एलएंडटी, कट्टुपल्ली, चेन्नई में रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की उपस्थिति में किया गया। वीएडीएम बी शिवकुमार, युद्धपोत उत्पादन एवं अधिग्रहण नियंत्रक, श्री जयंत दामोदर पाटिल, सीएमडी के सलाहकार, अरुण रामचंदानी, मेसर्स एलएंडटी पीईएस के प्रमुख और भारतीय नौसेना और मेसर्स एलएंडटी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी समारोह में उपस्थित थे।
समुद्री परंपराओं को ध्यान में रखते हुए, जहाज को रक्षा सचिव श्री राजेश कुमार सिंह की पत्नी डॉ सुष्मिता मिश्रा सिंह ने लॉन्च किया। जहाज का नाम ‘उत्कर्ष’ रखा गया है जिसका अर्थ है ‘आचरण में श्रेष्ठ’ और यह मंच के लिए परिकल्पित बहुआयामी भूमिका का पर्याय है।
रक्षा मंत्रालय और मेसर्स एलएंडटी शिपयार्ड के बीच 25 मार्च 22 को दो बहुउद्देश्यीय जहाजों के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे। ये बहुउद्देश्यीय जहाज जहाजों को खींचने, विभिन्न लक्ष्यों को लॉन्च करने और पुनर्प्राप्त करने, मानव रहित स्वायत्त वाहनों को संचालित करने और विकास के तहत विभिन्न स्वदेशी हथियारों और सेंसर के लिए परीक्षण मंच के रूप में कार्य करने में सक्षम होंगे। यह प्रयास स्वदेशी जहाज निर्माण की दिशा में भारतीय नौसेना के प्रयासों के अनुरूप है और एक निजी भारतीय शिपयार्ड द्वारा इस पोत का जलावतरण स्वदेशी जहाज निर्माण में देश की प्रगति को दर्शाता है, जो भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया पहल के दृष्टिकोण के अनुरूप है।