भारत और भूटान ने वायु गुणवत्ता, जलवायु परिवर्तन, वन, प्राकृतिक संसाधन, नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत और वन्यजीव पर द्विपक्षीय बैठक की

भूटान सरकार के ऊर्जा और प्राकृतिक संसाधन मंत्री जेम शेरिंग की अध्यक्षता में भूटान की शाही सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह से मुलाकात की और वायु गुणवत्ता, जलवायु परिवर्तन, वन, प्राकृतिक संसाधन, वन्यजीव और नवीकरणीय ऊर्जा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।कीर्ति वर्धन सिंह ने भारत की वैश्विक पहल इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस में शामिल होने पर भूटानी मंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि दोनों देश एक ही भूगोल, पारिस्थितिकी तंत्र और लोकतंत्र के समान मूल्यों को साझा करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि जलवायु परिवर्तन दोनों देशों के लिए एक समान चिंता का विषय है।शेरिंग ने अप्रैल 2024 में पारो में टाइगर लैंडस्केप सम्मेलन के लिए सतत वित्त की सफलतापूर्वक मेजबानी करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भूटान पहले से ही एक कार्बन नकारात्मक देश है और अपनी अधिकांश ऊर्जा जलविद्युत से प्राप्त करता है।दोनों पक्षों ने जलवायु परिवर्तन, वायु गुणवत्ता, वन, वन्यजीव प्रबंधन तथा पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में क्षमता निर्माण के क्षेत्रों में मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की। भारत ने संयुक्त कार्य समूह की बैठक आयोजित करने का सुझाव दिया।https://x.com/PIB_India/status/1811647713274138999/photo/2

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