दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने वेस्ट विनोद नगर स्थित राजकीय सर्वोदय बाल विद्यालय के हैप्पीनेस करिकुलम प्रोग्राम से जुड़े शिक्षकों से मुलाकात की। बातचीत के दौरान मनीष सिसोदिया ने शिक्षकों से हैप्पीनेस करिकुलम प्रोग्राम से बच्चों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों पर चर्चा की। सिसोदिया ने कहा, “जब हमारे बच्चे शिक्षा प्राप्त करके सफल हो जाते हैं, तो उन्हें एक अच्छा इंसान भी बनना चाहिए। उन्हें जीवन भर अपने माता-पिता का सम्मान करना चाहिए। उन्हें परिवार और समाज में एक अच्छे और खुशमिजाज व्यक्ति के रूप में जाना जाना चाहिए।” अरविंद केजरीवाल के इसी सपने के तहत छह साल पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों में हैप्पीनेस करिकुलम की शुरुआत की गई थी। इसका असर कुछ ही सालों में दिखने लगा। 2020 में भी अमेरिकी राष्ट्रपति की पत्नी हैप्पीनेस क्लास के बारे में जानने के लिए दिल्ली के सरकारी स्कूलों का दौरा करने आईं और शिक्षकों और छात्रों से दो घंटे से अधिक समय तक इस पर बात की। “आज पटपड़गंज के इस स्कूल में हैप्पीनेस शिक्षकों से बातचीत करते हुए मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि यह कार्यक्रम अब छह साल में वांछित परिणाम दिखा रहा है। हालांकि अभी भी बहुत कुछ करने की जरूरत है। हर बच्चे को ध्यान का अभ्यास करना सिखाना इस कोर्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह जानकर अच्छा लगा कि आजकल बच्चे स्कूल से सीखकर अपने माता-पिता, भाई-बहनों को भी ध्यान सिखाना शुरू कर रहे हैं,” सिसोदिया ने टिप्पणी की।